भिलाई। एमजे कॉलेज के फार्मेसी विभाग द्वारा जोनॉटिक बीमारियों पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजेन्द्र सूर्यवंशी ने बताया कि प्राणियों से मनुष्यों में पहुंचने वाली बीमारियों को जूनॉटिक डिजीज कहा जाता है। इसकी बेहतर समझ विकसित करने के लिए प्रतिवर्ष 6 जुलाई को जूनोसिस डे मनाया जाता है।
महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरूलकर के निर्देश पर प्राचार्य के मार्गदर्शन में यह आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा किया गया। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी पंकाज कुमार साहू ने बताया कि कोरोना वायरस भी एक जूनोटिक बीमारी है। इसके अलावा जूनोटिक फ्लू, सालमनेलोसिस, वेस्ट नाइल वायरस, प्लेग, रेबीज, ब्रूसेलोसिस, लाइम डिजीज आदि भी जूनोटिक रोग हैं।
कार्यक्रम सहायक सहायक प्राध्यापक प्रमिला ने कार्यक्रम का संचालन किया। विद्यार्थियों ने भी अपने विचार रखे।