एमजे कालेज के वार्षिकोत्सव का समापन समारोह
भिलाई। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के कुलसचिव भूपेन्द्र कुलदीप ने आज कहा कि जीवन में लक्ष्य निर्धारित कर प्रयास करने से सफलता मिलकर रहती है. अपने जीवन का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक प्रायवेट नौकरी करते हुए उन्होंने पीएससी की तैयारी की. छह साल लग गए पर अंततः आज वे अपने करियर के शीर्ष पर हैं. श्री कुलदीप एमजे कालेज के वार्षिकोत्सव “अस्त्र-2023” के समापन समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे.
श्री कुलदीप ने विद्यार्थियों से सीधा सम्पर्क साधते हुए कहा कि बच्चों द्वारा खेले गए एक नाटक ने उन्हें अपने विद्यार्थी जीवन में लौटा दिया. विद्यार्थियों का असली रंग वार्षिकोत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में ही नजर आता है. उन्होंने बताया कि वे स्वयं एक औसत दर्जे के विद्यार्थी थे. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें निजी क्षेत्र से अपने कर्म जीवन की शुरुआत की. 2010 में उनके एक मित्र ने पीएससी उत्तीर्ण की और एसडीएम बनकर राजनांदगांव पहुंच गए. दोस्त से प्रेरणा लेकर उन्होंने भी पीएससी की तैयारी शुरू की. चार बार पीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के अलावा एक बार यूपीएससी की परीक्षा भी उत्तीर्ण की. यूपीएससी में असिस्टेंट प्रोविडेंडफंड कमिश्नर का पद मिला. उससे पहले वैज्ञानिक अधिकारी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी, जैसी छह नौकरियां मिलीं. 42-43 परीक्षाएं दीं और 35 बार असफलता हाथ लगी. पर उन्होने हिम्मत नहीं हारी और आज वहां पहुंच गए हैं जहां पहुंचना चाहते थे.
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित क्रेडा के निदेशक विजय साहू ने विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानन्द के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि हालांकि स्वामीजी का स्वतंत्रता आंदोलन में कहीं भी प्रत्यक्ष हस्तक्षेप नहीं था पर लगभग सभी विलक्षण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी किसी न किसी रूप में उनसे जुड़े हुए थे और प्रेरणा प्राप्त करते थे. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे विवेकानंद के जीवन से जुड़ी बारीकियों को ढूंढ कर उनका अध्ययन करें. इस विषय पर शोध का भी प्रयास करें. यह आपको अद्भुत ऊर्जा से भर देगा.
उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि लक्ष्य निर्धारित कर गंभीरता से तैयारी करें. उसे समय दें और अपनी ड्रीम जॉब हासिल करें.
उन्होंने अंत तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सपत्नीक आनंद लिया और बच्चों की प्रतिभा की सराहना दी. उन्होंने महाविद्यालय के उत्तरोत्तर प्रगति की कामना करते हुए उपलब्धियों पर बधाई भी दी. विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ नृत्य, पौराणिक घटनाओं पर नृत्य नाटिका, आजादी का अमृत महोत्सव थीम पर देशभक्ति ओतप्रोत नृत्य प्रस्तुत किये. विद्यार्थियों ने स्वामी विवेकानंद, कालेज लाइफ, संवादहीनता आदि विविध विषयों पर नाटक की प्रस्तुतियां भी दीं.
महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर, डॉ अनिल कुमार चौबे, एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य डैनियल तमिल सेलवन एवं एमजे कालेज (फार्मेसी) के प्राचार्य डॉ विजेन्द्र चंद्रवंशी के सहयोग से उन्होंने कृति विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किये. कार्यक्रम का संचालन ममता एस राहुल तथा ममता सिन्हा ने किया.