भिलाई. आरोग्यम सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल में ऐसी महिला का इलाज किया गया जिसकी किडनी फट गई थी. 60 वर्षीय इस महिला की मूत्रनली में पथरी थी जिसके कारण पेशाब किडनी में ही जमा हो रहा था. किडनी फटने की वजह से पेशाब उदर में रिस कर फैल रहा था. महिला की किडनी में और छोटी-बड़ी ढेर सारी पथरी थी. URSL पद्धति से पथरी को तोड़कर निकाला गया और स्टेंटिंग की गई. अब वह खतरे से बाहर है.
यूरोलॉजिस्ट डॉ नवीन राम दारूका ने बताया कि किडनी में पथरी होने पर आम तौर पर इसके लक्षण जल्दी सामने नहीं आते. पर जब पथरी सरक कर मूत्रवाहिनी में पहुंचकर अवरोध उत्पन्न करते हैं तो दर्द होने लगता है. पेशाब में रुकावट के साथ ही किडनी में सूजन आने लगती है. इससे किडनी के नष्ट होने का खतरा बन जाता है.
उन्होंने बताया कि सोनोग्राफी के बाद महिला का सीटी स्कैन किया गया तब जाकर पूरी स्थिति स्पष्ट हुई. महिला की मूत्र वाहिनी की पथरी इतनी बड़ी थी कि उसके लिए अल्ट्रा-यूरेटरोस्कोपिक लिथोट्रिप्सी करनी पड़ी. इसके बाद वहां स्टेंट डालना पड़ा. इसके साथ ही संक्रमण से बचाने उदर में फैले पेशाब को साफ किया गया. उन्होंने बताया कि उदर के बायें या दायें हिस्से में उठने वाले दर्द को हमेशा गंभीरता से लेना चाहिए और चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.