भिलाई। सीएसवीटीयू के छात्रसंघ का कार्यकाल 30 अप्रैल को खत्म होने जा रहा है। जिस छात्रसंघ की सोच को मूर्तरूप देने के लिए हजारों छात्रों ने अपना नेता चुना, वह विवादों में ही घिरा रहा। गलत तरीके से एडमिशन लेने का आरोप लगाकर डायरेक्ट्रेट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन ने दो बार एडमिशन निरस्त किया। सितंबर में छात्रसंघ के गठन के बाद पहला झटका छात्रसंघ अध्यक्ष आशीष को मिला। मामला बिलासपुर हाईकोर्ट पहुंचा, जहां सुनवाई हुई। डीटीई खुद को फंसता देख फुटबैक पर आया और एडमिशन को बहाल कर दिया। तर्क था कि छात्रहित में नियमों की जानकारी दिए बिना किस नियम से एडमिशन कैंसिल किया। जो फर्जी तरीका बताया गया, उसकी जानकारी विश्वविद्यालय और न ही डीटीई की वेबसाइट पर थी। छात्र पर आरोप बेबुनियाद हैं। डीटीई ने दोबारा मामले की सुनवाई की बात कही। मामला कोर्ट में पहुंच चुका है। सुनवाई मई में होनी है। इस बीच छात्रसंघ का ही कार्यकाल खत्म हो जाएगा। आशीष का कहना है कि डीटीई के खिलाफ मुकदमा लड़ेंगे, वापस लेने का सवाल ही नहीं उठता है। छात्रसंघ अध्यक्ष पद की शपथ नहीं ले सका, लेकिन एडमिशन की बहाली की लड़ाई लड़ी जाएगी।