भिलाई। श्री शंकरचार्य टेक्नीकल कैम्पस में आज जगत के मुख्य शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा की जंयती समारोह का कार्यक्रम आयोजित किया गया। देव शिल्पिन महाभाग देवानां कार्य साधक:। विश्वकर्मन नमस्तुभ्यं सर्वाभीष्टि प्रदायक:।। अर्थात् हे देवताओं के शिल्पकार महामहिम विश्वकर्मा जी आप देवों के कार्य सिद्ध करते है, आपको सादर नमस्कार। मुख्य यजमान श्री गंगाजली एजुकेशन सोसायटी के चेयरमैन आईपी मिश्रा ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा के प्रयासों से ही आज तकनीकी के क्षेत्र में हम लोग यहां खड़े हैं। आईपी मिश्रा ने कहा कि भारतीय संस्कृति और पुराणों में भगवान विश्वकर्मा को यंत्रों का अधिष्ठाता और देवता माना गया है। उन्हें हिन्दू संस्कृति में यंत्रों का देव माना जाता है।
श्री गंगाजली एजुकेशन सोसायटी की अध्यक्ष श्रीमती जया मिश्रा ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा ने मानव को सुख-सुविधाएं प्रदान करने के लिए अनेक यंत्रों व शक्ति संपन्न भौतिक साधनों का निर्माण किया। इनके द्वारा मानव समाज भौतिक चरमोत्कर्ष को प्राप्त करता रहा है। डायरेक्टर डॉ पीबी देशमुख ने मैकेनिक्ल कार्यशाला में मशीनों की पूजा की एवं अन्य दूसरे विभाग के विभागाध्यक्षों ने अपने-अपने विभाग मे मशीनों की पूजा कर भगवान विश्वकर्मा जयंती मनाई।
इस अवसर पर एसएस्टीसी के निदेशक डॉ पीबी देशमुख, हेड आॅफ डिपार्टमेंट डॉ जीतेन्द्र तिवारी, प्रो सिद्धार्थ तिवारी, शशांक मिश्रा एवं संस्था के समस्त विभागाध्यक्ष तथा छात्र-छात्राएं, गैर-शैक्षणिक एवं शैक्षणिक सद्स्यों ने कार्यक्रम में शिरकत की।
विश्कर्मा पूजा के पश्चात संस्था परिसर मे महाभोग का आयोजन किया गया, जिसमे आये हुए आगंतुक महानुभावो एवं संस्था के समस्त छात्र-छात्राएं, गैर-शैक्षणिक एवं शैक्षणिक सद्स्यों ने प्रसाद ग्रहण किया। 8000 से ज्यादा लोगो ने महाभोग प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम के आयोजक डॉ सिद्धार्थ तिवारी ने पूजा एवं महाभोग में शामिल हुए सभी लोगों के प्रति आभार प्रगट किया।