भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के ग्रंथालय विभाग एवं ग्रंथालय सलाहकार समिति द्वारा पुस्तकालय विज्ञान के जनक पद्मश्री डॉ एसआर रंगनाथन जयंती के अवसर पर शिक्षण अधिगम में पुस्तकालय का महत्व विशय पर ऑनलाईन कविता एवं आलेख लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। ग्रंथालय सलाकार समिति की संयोजक स.प्रा. मीना मिश्रा विभागाध्यक्ष गणित ने बताया पद्मश्री डॉ एसआर रंगनाथन भारत के गणितज्ञ तथा पुस्तकालय के जनक थे इन्होंने कोलन वर्गीकरण तथा क्लासिफाईड केटलॉग, कोट बनाया। पुस्तकालय विज्ञान को महत्व प्रदान करने इनका महत्वपूर्ण योगदान था। उनके अभूतपूर्ण कार्यो को देखते हुये 12 अगस्त को पूरे भारत में ग्रंथालय दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने पुस्तकालय सलाहकार समिति को बधाई देते हुये कहा इनकी फाईव लॉस ऑफ लाईब्रेरी साईस को पुस्तकालय सेवा के आदर्श के रूप में स्वीकार किया जाता है। पहले भारत में ग्रंथालय को ग्रंथालय व्यवसाय लिपिक कार्य और घर में धार्मिक ग्रंथों का संग्रह करना मात्र समझा जाता था आज ग्रंथालय को जो महत्व प्राप्त है वह रंगानाथन के वजह से ही है वे भारत के पहले पुस्तकालय अध्यक्ष थे।
इस अवसर पर अड़तालिस से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया जिसमें कविता लेखन अंग्रेजी में प्रथम स्थान सांची शुक्ला बी.एस.सी. तृतीय वर्ष, द्वितीय स्थान डोना बी.बी.ए. प्रथम सेमेस्टर, तृतीय स्थान पलक तिवारी बी.एससी. प्रथम वर्श। कविता लेखन हिन्दी में प्रथम स्थान प्रियंका एक्का बी.एड. चतुर्थ सेमेस्टर, द्वितीय स्थान संजीथपाल बी.एड. द्वितीय सेमेस्टर ।
विडियो निर्माण – प्रथम स्थान साक्षी दिल्लीवार बी.बी.ए. द्वितीय सेमेस्टर, द्वितीय स्थान पूजा सिंह बी.बी.ए. द्वितीय सेमेस्टर, तृतीय स्थान डोना बी.बी.ए. प्रथम सेमेस्टर।
सभी विद्यार्थियों ने इस तरह के आयोजन से रचनात्मक क्षमता को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता हैं इस तथ्य को स्वीकार किया तथा लॉकडाउन के दौरान ई प्रतियोगिता के माध्यम से महाविद्यालय द्वारा कराया जा रहे विविध प्रतियोगिताओं को सराहा।