भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में एम्पावरमेंट आफ फेक्ल्टी फॉर काम्पिटेंस एण्ड एक्सपर्टाइज पर पांच दिवसीय एफडीपी कार्यक्रम का समापन हुआ। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति डॉ अरूणा पल्टा कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं। उन्होंने कहा कि हम जो सीखते है उसे समय पर क्रियान्वित करना आवश्यक होता है। हार्ड वर्क के साथ स्मार्ट वर्क आवश्यक है। कार्यक्रम के प्रथम दिन मुख्य वक्ता प्रो. जी.ए. घनश्याम ओ.एस.डी.,उच्च शिक्षा निदेशालय रायपुर, छत्तीसगढ़) ने कहा उच्च शिक्षा में गुणवत्ता मूल्यांकन हेतु नैक असेसमेंट आवश्यक है। शासकीय वी.वाय.टी. महाविद्यालय दुर्ग के प्राचार्य डॉ आर.एन. सिंग ने कहा कि यदि हम नैक मूल्यांकन करवा रहे है तो छोटे से छोटे बिंदु पर ध्यान देना आवश्यक है। सभी रिकार्डस आपको मेंटेन करना होगा।डॉ उषा किरण अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें अपने विद्यार्थियों का नामांकन नंबर भी सेव कर रखते जाना चाहिए। हम इस तरह तैयारी नैक एक्रेडेशन के लिए करें ताकी पूरे छत्तीसगढ़ में हमारा महाविद्यालय पूरे प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर सकें।
डॉ के. सुब्रमणयम (रेटेड, आई एफ एस, मेम्बर स्टेट प्लानिंग कमिशन, छ.ग.) ने नैक मूल्यांकन के लिए आवश्यक बिंदुओं एवं गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन दिया। कम संसाधनों में
गुणात्मक वृध्दि कर एस. एस. आर. रिपोर्ट तैयार करें। डॉ कविता शर्मा, रायपुर ने कोरोना बिमारी से ठीक होने के बाद इस एफ डी पी कार्यक्रम कराये जाने की पूरी-पूरी प्रशंसा की एवं एस एस आर रिपोर्ट तैयारी करने में कौन-कौन सी कठिनाई आती है तथा उसका निदान कैसे किया जाय। इनकी जानकारी हमे इस कार्यक्रम द्वारा प्राप्त हुआ। पाॅच साल में दस नैक मूल्यांकन करालें किंतु आपके नम्बर दस ही मिलेंगे, सीमित साधन में आपकी कैसी तैयारी है। आपकी क्वालिटी कैसी है।
डॉ रचना पाण्डे, सहायक प्राध्यापक ने अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के द्वारा हमें नैक मूल्यांकन करवाने एस एस आर रिपोर्ट तैयार करने में कौन-कौन सी सावधानी रखें एवं छोटी-छोटी तैयारी ही हमकों अच्छा ग्रेडिंग पाने मदद कर सकते है। सहायक प्राध्यापक श्रीमती ममता दुबे ने अपनी एक समस्या कि अच्छा ग्रेडिंग कैसे प्राप्त करें के जवाब में डॉ कविता शर्मा ने कहा कि आप कम समय, सीमित साधन में तैयारी कर, गुणात्मक कार्य कर अपनी गुणवत्ता बरकरार रखें। सुश्री पूजा सोढ़ा सहायक प्राध्यापक वाणिज्य विभाग, स्वरूपानंद महाविद्यालय ने नैक एक्रेडेशन एवं एस एस आर रिपोर्ट तैयार करने की समय सीमा एवं कार्यविधि पर प्रकाश डाला। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने अपने उद्बोधन में विजयी प्रतिभागियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी एवं समस्त प्राध्यपकों की सक्रिय सहभागिता पर खुशी व्यक्त की। उन्होने दुर्ग विश्वविद्यालय की कलुपति डॉ अरूणा पल्टा को धन्यवाद दिया कि उन्होने अपना मार्गदर्शन दिया।
कार्यक्रम में विजयी प्रतिभागियों के नाम इस प्रकार है- प्रथम- डॉ नीलम गांधी स.प्रा. (सेंट थामस महाविद्यालय, रूआबांधा, भिलाई), द्वितीय- मंजू कनौजिया स.प्रा. (स्वामी श्री स्वरूपानंद महाविद्यालय,भिलाई), तृतीय-डॉ के. के. बेदी (सेंट पेलोटी महाविद्यालय, रायपुर) डॉ शुक्ला ने कहा कि हम शिक्षक होने के नाते किसी विद्यार्थी को कितना अभिप्रेरित करते है यह मुख्य है एफ डी पी कार्यक्रम कराने के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ शमा ए. बेग एवं उनकी समस्त टीम को बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन स.प्रा. पूजा सोढ़ा एवं आभार प्रर्दशन स.प्रा. डॉ शमा ए बेग ने किया। कार्यक्रम में सहयोग स.प्रा. डॉ शैलजा पवार, शिरीन अनवर, राखी अरोरा, निशा पाठक एवं स.प्रा. टी. बबीता का रहा।