भिलाई। विश्व मुख स्वास्थ्य दिवस पर आज हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल की दंत रोग विशेषज्ञ डॉ रोशनी गोहिल ने कहा कि यदि दूध के दांत समय पर न टूटें तो परेशानी का सबब बन सकते हैं। इन दांतों में सड़न पैदा हो सकती है, ये स्थायी दांतों की राह में बाधा बन सकते हैं और वो टेढ़े मेढ़े हो सकते हैं। डॉ रोशनी एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग में आयोजित ओरल हेल्थ डे सेमीनार को संबोधित कर रही थीं।उन्होंने मुख स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के अनेक टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि दिन में ब्रश करने से ज्यादा अच्छा है कि रात को सोने से पहले ब्रश किया जाए। पेस्ट की मात्रा भी चने के दाने के बराबर ही होनी चाहिए। ब्रश करने में 3 मिनट से ज्यादा समय न लगाएं। दांतों की सतह को भीतर से साफ करना भी जरूरी है। डॉ रोशनी ने दांतों के लिए जरूरी विटामिन्स के बारे में भी बताया और विद्यार्थियों को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखने की सलाह भी दी।
आरंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य डैनियल तमिलसेलन ने कहा कि दांत एवं मुंह का स्वस्थ होना शेष शरीर के लिए बेहद जरूरी है। मुंह में होने वाली कोई भी परेशानी जठरांत्र रोगों को दावत देती है। उन्होंने कहा कि दांतों एवं मुंह की सुरक्षा के लिए नियमित साफ सफाई के साथ ही धूम्रपान, गुटखा, तम्बाकू से भी दूर रहना चाहिए।
इस अवसर पर डॉ रोशनी ने लगभग 20 छात्राओं के मुंह एवं दातों की जांच की तथा उचित परामर्श दिया। छात्राओं ने मुख स्वास्थ्य से होने वाली परेशानियों पर एक छोटी सी प्रस्तुति भी दी। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक दीपक रंजन दास ने किया। इस अवसर पर उप प्राचार्य सिजी थॉमस सहित महाविद्यालय के व्याख्याता एवं सहा. प्राध्यापक मौजूद थे।