भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के कम्प्युटर विभाग द्वारा “इंटरनेट ऑफ थिंग्स” विषय पर आयोजित 15 दिवसीय ऑनलाइन सर्टिफिकेट कार्यक्रम में बीआईटी दुर्ग की डॉ ज्योति पिल्लई द्वारा आईओटी एवं बिग डेटा की विस्तृत जानकारी दी गई। 8 फरवरी 2021 से प्रारंभ इस कार्यक्रम का समापन 25 फरवरी को ऑनलाइन सर्टिफिकेट प्रदान कर किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के बीसीए, एमएससी कम्प्यूटर सांइस एवं बीएससी के 167 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया।रोहित त्रिवेदी द्वारा आईओटी के कान्सेप्ट, एप्पलीकेशन एवं थिंग्स प्लेटफार्म के बारे में जानकारी दी गई। डॉ सिद्धार्थ चौबे ने आईओटी के क्षेत्र में होने वाले अनुसंधान के बारे में बताया। डॉ देवेन्द्र चापेकर ने आईओटी प्रोटोकॉल के बारे में बताया। आर्डेन्ट एकेडमी के आकाश सिंह ने भी आईओटी पर अपनी बात रखी। महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ जे. दुर्गा प्रसाद राव द्वारा आईओटी स्टैण्ड्स के बारे में बताया। कम्प्यूटर विभाग के विभागाध्यक्ष ठाकुर देवराज सिंह ने एम2एम के बारे में जानकारी दी। श्री अर्पित अग्रवाल ने आईओटी रिलिवेशन के बारे में बताया तथा कम्प्यूटर में ईमेज की भूमिका पर प्रकाश डाला। इस सर्टिफिकेट कार्यक्रम के द्वारा विद्यार्थियों से आईओटी विषय पर पोस्टर भी बनवाया गया साथ ही ऑनलाईन टेस्ट लिया गया।
महाविद्यालय की निदेशक एवं प्राचार्या डॉ रक्षा सिंह ने इस कार्यक्रम की सफलता पर हर्ष जताते हुए इसे वर्तमान समय की जरूरत बताया। महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ जे. दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि आज के युग में आईओटी काफी महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम में उन्नत विद्यार्थियों अमरून निशा, आर. सौजन्या, अमित ठाकुर, श्रेया डिक्सेना, तिरेन्द्र साहू की विशेष भूमिका रही। प्रशिक्षण प्राप्त विद्यार्थियों में से ऐश्वर्या टेम्भेकर-एम.एस.सी. तृतीय सेमेस्टर एवं आर.सौजन्या-बी.सी.ए. अंतिम वर्ष ने अपने अनुभव साझा किये और कहा कि यह कार्यक्रम सभी विद्यार्थियों के लिए लाभप्रद रहा। मंच संचालन कम्प्यूटर विभाग की सहायक प्राध्यापक आरती सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन मेघा देवरे ने किया। इस कार्यक्रम में विभाग की प्राध्यापक कविता कुशवाहा, पुनम यादव, जयश्री साहू, एवं महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकगण व विद्यार्थीगण उपस्थित थें। कार्यक्रम का संचालन कोविड-19 के तहत शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखकर किया गया।