दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के अर्थशास्त्र विभाग की ओर से मूल्य सवंर्धित पाठ्यक्रम के तहत पर्यावरणीय मूल्यों पर व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य एवं संरक्षक डॉ आर.एन.सिंह ने किया। डॉ सिंह विभागीय समिति को हमेषा प्रोत्साहित करते एवं नवाचार की ओर अग्रसर करते है। इस पाठ्यक्रम एवं व्याख्यान के उद्देश्यों पर डॉ शिखा अग्रवाल ने बताया कि दिन प्रतिदिन पर्यावरणीय मूल्यों की क्षति हो रही है। इसके प्रति छात्र-छात्राओं को जागरूक करना है, क्योंकि देश का युवा वर्ग यदि कुछ करने की ठान लें तो वो धरोहर बन जाता है। पाठ्यक्रम की प्रभारी डॉ अंशुमाला चन्दनगर ने भी विषय पर अपनी बात रखी।
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने जल संसाधन पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। पानी की उपलब्धतता और पानी में फ्लोराइट विषय पर उन्होंने बहुत व्यवहारिक बातें बताईं। उन्होंने पीने के पानी और पानी में मौजूद फ्लोराइट की मात्रा से होने वाले स्वास्थ्यगत खतरों से आगाह किया। डॉ श्रीवास्तव ने अपने व्याख्यान में भूजल स्तर बढ़ाने की आवश्यकता प्रतिपादित करते हुए बताया कि किस तरह हम पानी की एक-एक बूंद को बचा सकते है।
डॉ ए.के. खान ने भी पर्यावरण एवं उसके संरक्षण पर अपने विचार साझा किये। व्याख्यान की इसी कड़ी में अगला व्याख्यान डॉ के. पद्मावती और छत्तीसगढ़ के जाने माने पर्यावरणविद् नितिन सिंघवी का होगा। कार्यक्रम का संचालन डॉ अंशुमाला चन्दनगर ने किया। डॉ के. पद्मावती ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। डॉ एल.के. भारती, डॉ. नीता मिश्रा और 150 से भी अधिक छात्र-छात्राओं ने अपनी भागीदारी दी।