भिलाई। श्री गंगाजली शिक्षण समिति के चेयरमेन आईपी मिश्रा ने कहा कि शीर्ष पर पहुंचना सरल होता है पर वहां बने रहना बहुत कठिन होता है। वे श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी के 24वें स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। सतत् प्रयासों से प्राप्त उपलब्धियों पर महाविद्यालय की प्राचार्य एवं निदेशक डॉ रक्षा सिंह एवं उनकी टीम को बधाई देते हुए अपने अच्छे महाविद्यालय के उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की।श्री शंकराचार्य महाविद्यालय की स्थापना 5 जुलाई 1997 को हुई थी। रजत जयंती वर्ष में प्रवेश पर महाविद्यालय की प्रगति के प्रतीक चिन्ह का विमोचन मुख्य अतिथि आईपी मिश्रा एवं श्री गंगाजली शिक्षण समिति की अध्यक्ष जया मिश्रा ने किया। श्री मिश्रा ने महाविद्यालय के शुभारंभ से लेकर अब तक के सफर की चर्चा करते हुए कहा कि यह महाविद्यालय अपने र्शीषतम स्थान पर पहुंच चुका है। 80 विद्यार्थियों से प्रारंभ इस महाविद्यालय में आज हजारों विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। अब जिम्मेदारी शीर्ष पर बने रहते हुए नित नये आयाम छूने की है।
जया मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि एक घने वृक्ष के नीचे कुछ भी फल फूल नहीं सकता। लेकिन उसका हिस्सा बन जाये तो उनको आगे बढने से कोई नहीं रोक सकता। वो ऊंचाई के चरम तक पहुच सकते है। वह उसका हिस्सा बने उसे काटने की कोशिश ना करे। डॉ रक्षा सिंह की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा महाविद्यालय को प्रथम पंक्ति में खड़ा करने में उनकी भूमिका बेमिसाल है। अन्य प्राचार्यों को भी इसका अनुसरण करना चाहिए और फर्श से अर्श तक कैसे जाये इसकी मिसाल कायम करनी चाहिए।
डॉ रक्षा सिंह ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में संपूर्ण स्टाफ एवं विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि महाविद्यालय की प्रगति में सभी का योगदान है। इसमें चतुर्थ श्रेणी से लेकर प्रथम श्रेणी तक के स्टॉफ के प्रयास शामिल हैं।
महाविद्यालय के अति. निदेशक डॉ जे. दुर्गा प्रसाद राव ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टाफ को बधाई दी और कहा कि हमने पिछले 24 वर्षों में बहुत उतार चढ़ाव देखे है और हर परिस्थिति का सामना करके यहां तक पहुचे हैं। भविष्य में भी हम सब मिलकर बहुत सी चुनौतियों का सामना करेगे और प्रगति की नई इबारत लिखेगे।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में योगेश प्रकाश गुप्ता, चित्रकार हरि सेन, संगीतज्ञ कीर्ति माधव व्यास, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद कालेज ऑफ नर्सिग की प्राचार्य शैल्जा अनिक, शासकीय महाविद्यालय बेमेतरा की डॉ सीमा जायसवाल, शासकीय कन्या महाविद्यालय की डॉ शशि कश्यप उपस्थित थे।
इस अवसर पर महाविद्यालय द्वारा गठित चक्रवाहिनी फिटनेस क्लब के प्रावधान अनुसार वर्ष भर साइकिल चलाकर महाविद्यालय आने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहन स्वरूप साइकिल प्रदान किया गया। प्रकाश सायकल स्टोर्स सेक्टर-1 भिलाई के संचालक योगेश प्रकाश गुप्ता ने प्रथम पुरस्कृत को सायकल प्रदान करते हुए प्रति वर्ष चक्रवाहिनी क्लब को एक सायकल प्रदान करने की घोषणा की। इस वर्ष प्रथम पुरस्कार आनंद राम वर्मा को तथा द्वितीय पुरस्कार मंटू चक्रवर्ती को दिया गया। महाविद्यालय परिवार के सदस्यों द्वारा एकल गान, समूह गान, गरबा नृत्य एवं नाटक की प्रस्तुति दी गयी।
संचालन डॉ वंदना सिंह, डॉ सुषमा दुबे एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन प्रो. आशीष सिंह, डॉ महेन्द्र शर्मा एवं रविचंद्रन विष्णु तथा धन्यवाद ज्ञापन गौरव चौहान ने किया।