भिलाई। भीषण गर्मी में लू के प्रकोप से लोग हलाकान हो रहे हैं और इस बचाव के लिए आवश्यक जतन भी किया जाना आवश्यक है। महापौर नीरज पाल के निर्देश पर आयुक्त प्रकाश सर्वें ने जोन के सभी वार्डों में स्वास्थ्य प्रभारियों, एएनएम, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व मितानिनों के माध्यम से डोर-टू-डोर पहुंचकर इससे बचने उपाय बताने के निर्देश दिए हैं। निगम के स्वास्थ्य विभाग ने लू से बचाव एवं उपचार के टिप्स भी दिये हैं।उन्होंने बताया कि सिर में भारीपन और दर्द, बुखार के साथ मुंह सूखना, चक्कर और उल्टी आना, कमजोरी के साथ शरीर में दर्द होना, आदि लू लगने के लक्षण हैं। लू लगने पर शरीर का तापमान अधिक होने के बावजूद पसीना नहीं आता, भूख नहीं लगती, पेशाब कम आता है, बार-बार प्यास लगती है। स्थिति गंभीर होने पर मितली, चक्कर आदि के साथ बेहोशी आ सकती है।
लू से बचाव के उपायों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हल्का भोजन करें, पानी ज्यादा पीये, फल का सेवन अधिक करें, कच्चे आम का लेप बनाकर पैरों के तलवों पर मालिश करें, चाय-काफी की बजाय नींबू पानी, शिकंजी, लस्सी, आदि शीतल पेय पीए। दिन में दो बार ठंडे पानी से स्नान करें। अधिक समय धूप में न रहें। हल्के रंग के सूती कपड़ा पहनें।
लू लगने पर घरेलू उपचार की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि बुखार आने पर सिर पर ठंडे पानी की पट्टी लगाए, शरीर पर ठंडे पानी का छिड़काव करते रहे। उल्टी, सर दर्द, तेज बुखार की दशा में पास के अस्पताल या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर उपचार कराएं या मितानिन या एएनएम से प्राप्त कर ओआरएस का घोल पिलाएं।