राजनांदगांव. कॉन्फ्लूएंस महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया. कार्यक्रम प्रभारी ममता साहू ने कहा कि मेंटल हेल्थ हर साल 10 अक्टूबर को दुनियाभर में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में जागरूकता को बढ़ाने हेतु मनाया जाता है मैं जिसका उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के समर्थन में प्रयास करना है और उन को जागरूक करना है.
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर रचना पांडे ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में कोरोना महामारी के कारण व्यक्तियों में मानसिक तनाव अधिक मात्रा में बढ़ गई है जिसे अलग-अलग मंचों के माध्यम से तनाव दूर करने का प्रयास करना है मेंटल हेल्थ डे मनाने का उद्देश्य हैl गोलमेज परिचर्चा में मेंटल हेल्थ के प्रति लोगों की जागरूकता एवं तनाव दूर करने के माध्यम विषय पर चर्चा करते हुए प्रीति इंदौर कर विभाग अध्यक्ष शिक्षा ने कहा कि आज सभी व्यक्ति तनाव ग्रसित है आर्थिक मानसिक एवं शारीरिक दबाव के कारण वह तनाव में रहते हैं. श्रीमती मंजू साहू आइक्यूएसी प्रभारी ने चर्चा में कहा कि यदि तनाव को दूर करना है तो तनाव होने वाले कारणों को हमें जानना होगा और इस परिचर्चा से हम उन कारणों के बारे में जानकारी इकट्ठा करके उसे दूर करने का प्रयास करेंगे. प्रोफ़ेसर विजय मानिकपुरी कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस ने चर्चा में कहा कि व्यक्तियों का तनाव का सबसे बड़ा कारण कार्य के बोझ होते हैं चाहे वह सामाजिक जीवन में जीने वाला व्यक्ति हो शैक्षिक क्षेत्र में पढ़ने वाला विद्यार्थी हो शैक्षणिक संस्थान में कार्य करने वाले कर्मचारी हो सभी को मानसिक तनाव से सामना करना पड़ता है और समय-समय पर विभिन्न तिथियों गतिविधियों के माध्यम से इन सभी तनाव के कारणों को दूर करने का प्रयास ही गोलमेज चर्चा है. महाविद्यालय के डायरेक्टर आशीष अग्रवाल संजय अग्रवाल एवं डॉ मनीष जैन ने संयुक्त रूप से कहा की इस प्रकार के परिचर्चा से सार्थक परिणाम निश्चित रूप से आने की संभावना होती है क्योंकि जब तक हम चर्चा नहीं करेंगे तब तक समस्याओं तक पहुंचना असंभव है और इस प्रकार के चर्चाओं से ही परिणाम प्राप्त होते हैं. परिचर्चा में महाविद्यालय के शिक्षक गण गौतमा रामटेके राधे लाल देवांगन धनंजय साहू उर्वशी कड़वे आभा प्रजापति एवं अन्य ने अपने अपने विचार प्रस्तुत किए.