अण्डा, दुर्ग. शैलदेवी महाविद्यालय में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती के अवसर पर 23 जनवरी को अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े उनके जीवन के विशेष घटनाक्रम पर आधारित एक नाटक का मंचन किया गया. साथ ही उनकी वेशभूषा के साथ उनके नारे एवं सुविचारों की प्रभावपूर्ण प्रस्तुति हेतु प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस में महाविद्यालय के अनेक प्राध्यापक एवम विद्यार्थियों ने भाग लिया.
प्रतिभागियों ने अपने–अपने विचारों को उपरोक्त माध्यम से प्रस्तुत कर सुभाष चंद्र बोस जी की संपूर्ण जीवन यात्रा को संक्षिप्त परंतु बेहतर ढंग से प्रस्तुत किए. बी. एड. प्रथम सेमेस्टर, योग एवं दर्शन और MSW के विद्यार्थियों ने नाट्य रूपांतरण द्वारा उनके जीवन को मंच पर जीवंत कर दिया और उनके देशभक्ति नारों जैसे तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा आदि नारों से संपूर्ण सभागार गूंज उठा. अपना संपूर्ण जीवन राष्ट्र को समर्पित कर देने वाले ऐसे अद्भुत व महान व्यक्ति थे नेताजी सुभाषचंद्र बोस. वे देश के ऐसे स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं, जिनसे अंग्रेज कांपते थे. उन्होंने देशवासियों को कई संदेश दिए, जो देशवासियों को हमेशा प्रेरित करते हैं. आज पूरा देश उनकी 126वीं जयंती मना रहा है. उनके सकारात्मक संदेश मुश्किल दौर में हमारा हौसला बढ़ा कर विजय हेतु प्रेरित करते हैं. उनके इसी त्याग व बलिदान को स्मरण रखने के लिए भारत सरकार द्वारा उनके जन्मदिन 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई है. संपूर्ण शैलदेवी महाविद्यालय परिवार आज नेताजी को उनकी 126वीं जयंती पर शत-शत नमन करता है.