भिलाई. एमजे कालेज में शेयर बाजार और निवेश पर दो दिवसीय रोचक कार्यशाला का आयोजन किया गया. एनआईएसएम के रिसोर्स पर्सन, सर्टिफाइड टेक्निकल एनालिस्ट, डेरिवेटिव्स एक्सपर्ट, ट्रेडर तथा मेंटॉर हौशांग चौहान ने इस कार्यशाला में निवेश की प्रासंगिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि बढ़ती महंगाई के बीच केवल बचत करना ही काफी नहीं है बल्कि उसे बचत के एक हिस्से का युक्तियुक्त निवेश कर ही महंगाई को मात दी जा सकती है.
श्री चौहान ने कहा कि आज महंगाई की दर बचत पर ब्याज की दर से कहीं ज्यादा तेजी से बढ़ रही है. इससे समय के साथ हमारी बचत अप्रभावी हो जाती है. पर निवेश के अपने जोखिम हैं. निवेश के जोखिम को कम रखते हुए भी हम निवेश कर सकते हैं. इसके लिए बाजार में उपलब्ध प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जा सकता है. इस क्षेत्र में रोजगार की भी असीम संभावनाएं हैं. उन्होंने सिक्यूरिटीज मार्केट के विभिन्न उत्पादों के साथ ही इसमें कार्य करने के अलग अलग क्षेत्रों में उपलब्ध अवसरों के बारे में भी बताया.
समापन समारोह को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने कहा कि भारतीय जनमानस निवेश के नाम पर सोना और प्लाट या फ्लैट में ही निवेश करता है. पर इसमें एक साथ एक बड़ी राशि की आवश्यकता होती है. जमीन जायदाद स्थायी संपत्तियां है जिनका नगदीकरण तत्काल नहीं किया जा सकता. इसलिए निवेश के और रास्तों तलाश करना बेहद जरूरी है.
कार्यशाला में वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के एचओडी विकास सेजपाल, सहायक प्राध्यापक काजल दत्ता, दीपक रंजन दास, विज्ञान संकाय की कृतिका गीते, कम्प्यूटर साइंस की विभागाध्यक्ष पीएम अवंतिका ने भी अपनी भागीदारी दी.