दुर्ग. शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग द्वारा दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार “Environmental Issues and sustainable development” विषय पर आयोजित किया गया. इस सेमीनार की संयोजक डाॅ. उषा साहू एवं डाॅ. अनिल कुमार तथा आयोजक सचिव डाॅ. अलका मिश्रा एवं डाॅ. संजू सिन्हा थे. दूसरे दिन 3 फरवरी को दो टेक्निकल सेशन में देश-विदेश से आये हुए प्रतिभागियों के द्वारा शोध पत्र पढ़े गये एवं पोस्टर के द्वारा अपने शोध को प्रस्तुत किया गया.
इसके पश्चात् संध्या 4.30 बजे महाविद्यालय के राधा कृष्णन हाॅल में कार्यक्रम का समापन समारोह संपन्न हुआ. समापन समारोह के मुख्य अतिथि डाॅ. एम.के. वर्मा कुलपति छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई एवं विशिष्ट अतिथि डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी थे. समापन समारोह में औपचारिक के पश्चात् महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह ने कार्यक्रम की सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों में रिसर्च के प्रति रूझान पैदा करेंगे एवं उन्हें देश के लोगों के समक्ष अपनी बात रखने का अवसर देंगे.
विशिष्ट अतिथि डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी ने कहा कि यह अत्यंत हर्ष की बात है कि हमारे क्षेत्र में इस तरह के आयोजन किए जा रहे है, जो विद्यार्थियों को शोध के नये आयामों तक पहुंचने में सहायक होगें.
मुख्य अतिथि डाॅ. एम.के. वर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि पर्यावरण के प्रति न्याय तभी हो सकता है, जब समाज का प्रत्येक व्यक्ति अपने स्तर पर अपने चारों ओर के वातावरण की चिंता करना प्रारंभ करेगा. उन्होंने छोटे-छोटे उदाहरणों के द्वारा अत्यंत रोचक तरीके से बात रखी एवं कहा कि सस्टेनेबल समाज की स्थापना करने हेतु हमें कोई बहुत बड़ा कार्य करने की आवश्यकता नही है, अपितु हम अत्यंत छोटे-छोटे कार्य करके भी एक आत्मनिर्भर समाज की स्थापना कर सकते है. उन्होंने पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए कहा कि हमें जंगल उगाने की आवश्यकता नही है, बल्कि यदि प्रत्येक व्यक्ति अपने जन्मदिन पर पौधे का एक बीज ही रोपित करता है, तो बहुत शीघ्र ही पृथ्वी पर हरियाली हो जायेगी.
उत्कृष्ट शोध पोस्टर के लिए प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार दिए गए. इस कार्यक्रम में चार देषों से लगभग 200 प्रतिभागी उपस्थित रहें.
कार्यक्रम का संचालन डाॅ. नीरू अग्रवाल, डाॅ. मौसमी डे एवं डाॅ. संजू सिन्हा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. दिव्या के. मिंज के द्वारा दिया गया. कार्यक्रम की सफलता में महाविद्यालय के सभी प्राणीषास्त्र विभाग के प्राध्यापक एवं विद्यार्थियों की विषिष्ट भूमिका रही साथ ही वनस्पति शास्त्र के डाॅ. सतीष कुमार सेन, डाॅ. मोतीराम साहू तथा बायोटेक्नालाॅजी विभाग के डाॅ. श्वेता पाण्डेय, डाॅ. निखिल मिश्रा, श्री दिनेष कुमार तथा श्री स्वप्नेन्द्र की मुख्य भूमिका रही.