भिलाई। हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल में एक महिला की टोटल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी सफलतापूर्वक की गई. 85 वर्षीय सरोजिनी बाथरूम में गिर पड़ी थी. उनके लिए हिलना डुलना भी मुश्किल हो गया था. वे काफी तकलीफ में थीं. सर्जरी के बाद अब उनकी हालत ठीक है और उन्होंने चलना फिरना भी शुरू कर दिया है.
हाइटेक के ऑर्थोपिक सर्जन डॉ दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि गिरने की वजह से उनके कूल्हे में फ्रैक्चर हो गया था. बुढ़ापे में अस्थियां भुरभुरी हो जाती हैं. इसे ऑस्टियोपोरोसिस कहते हैं. ऑस्टियोपोरोसिस के कारण जोड़ खराब हो चुके थे. जांघ की हड्डी का ऊपरी सिरा घिस चुका था और कूल्हे में बना खांचा भी फैल गया था. इसलिए उन्हें टोटल हिप रिप्लेसमेंट की सलाह दी गई. इसमें कूल्हे का सॉकेट और जांघ की अस्थि का शीर्ष भाग दोनों को ही बदल दिया जाता है.
उन्होंने बताया कि जोड़ प्रत्यारोपण के लिए आयु की कोई ऊपरी सीमा तय नहीं है. यदि रोगी का साधारण स्वास्थ्य अच्छा है और हड्डियों की हालत भी ठीक है तो प्रत्यारोपण एक बेहतर विकल्प है. इससे व्यक्ति अपनी सामान्य दिनचर्या में लौट सकता है. उसके जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है. ऑस्टियोपोरोसिस के कारण यदि हड्डियां ज्यादा भुरभुरी हो गई हों तो चिकित्सक इस सर्जरी के लिए मना कर सकते हैं.