भिलाई। कभी-कभी सामान्य से लगने वाले मरीज में भी इतनी जटिलताएं उभर आती हैं कि रोगी को चंगा कर घर भेजने में काफी वक्त लग जाता है. इस मरीज के साथ भी ऐसा ही हुआ. घर में सीढ़ियों से गिरकर जांघ की हड्डी टूटी थी. पर हाई बीपी, हाई ब्लड शुगर और किडनी की समस्या ने उसे कई दिनों तक अस्पताल में रोके रखा. वह न्यूरो का पुराना मरीज है. लगभग एक माह अस्पताल में रहने के बाद वे सही सलामत घर लौट गए.
हाउसिंग बोर्ड, औद्योगिक क्षेत्र निवासी शाजी जकारिया घर में सीढ़ियों से गिर गए थे. इससे उनकी जांघ की हड्डी की गर्दन (फीमर नेक) का फ्रैक्चर हो गया. 11 अप्रैल को उन्हें हाईटेक में दाखिल किया गया. उन्हें पहले भी स्ट्रोक हो चुका है जिसके कारण वे पक्षाघात (लकवा) के शिकार हो चुके हैं. उनका हाइटेक में ही न्यूरोलॉजिस्ट डॉ नचिकेत दीक्षित इलाज कर रहे थे. डॉ दीक्षित ने बताया कि मरीज का रक्तचाप और शुगर लेवल भी काफी बढ़ा हुआ था. फेफड़े और किडनी भी ठीक से काम नहीं कर रहे थे.
मरीज को स्टेबल करने के बाद ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ दीपक कुमार सिन्हा ने उनकी सर्जरी की. इसमें करीब 40 मिनट लगे. सर्जरी सफल रही. मरीज का क्रिएटिनिन लेवल भी काफी बढ़ा हुआ था. किडनी सलाहकार डॉ सुमन राव की देखरेख में उनकी पांच बार डायलिसिस की गई. डॉ सुमन राव ने बताया कि अब मरीज की किडनी ठीक से काम कर रही है और पेशाब की मात्रा भी सही हो गई है. डॉ दीक्षित ने बताया कि मरीज अब काफी अच्छा है और घर जा सकता है.