राजनांदगांव। कॉन्फ्लुएंस कॉलेज के शिक्षा विभाग, राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई, आईक्यूएसी, बेस्ट प्रैक्टिस सेल के माध्यम से छात्रों में शैक्षणिक गुणवत्ता के साथ साथ व्यवहारिक गुणो के विकास हेतु सात दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मिट्टी से बनने वाली नई-नई सामग्री बनाना सिखाया गया।
प्रशिक्षण देने भिलाई के कारीगर अभिषेक कुमार ने बहुत ही सरल तरीके से कम समय में विद्यार्थियों को मिट्टी से निर्मित सामग्री बनाकर दिखाया एवं उन्हें सिखाया।
बेस्ट प्रैक्टिस सेल प्रभारी प्रीति इंदौरकर ने बताया कि किताबी शिक्षा के साथ-साथ क्षेत्र के अनुभव और अपनी धरोहर संस्कृति को सीखने पर जोर देने के लिए ही आयोजन किया गया है।
एनएसएस प्रभारी प्रो.विजय मानिकपुरी ने कार्यशाला की आवश्यकता एवं महत्व को बताते हुए कहा कि कोई भी कार्य असंभव नहीं है बस जरूरत है तो प्रयास की।
प्राचार्य डॉ. रचना पांडे ने कहा कि विद्यार्थियों में चहुमुखी विकास हेतु इस तरह के कार्यक्रम संचालित किया जाना बहुत जरूरी है जिसमें शिक्षा के साथ-साथ स्वरोजगार की जानकारी भी प्राप्त इसी तहत यह कार्यशाला का आयोजन किया गया है जिसमें मिट्टी के दीए,सुराही,गमला,मटका मिट्टी के बैल, पोरा,जाता और विभिन्न सामग्रियों का निर्माण किया गया।
महाविद्यालय के डायरेक्टर संजय अग्रवाल ने इस कोर्स को विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण अभियान कहा जिसमें विद्यार्थी एक पूर्ण शिक्षक बनकर महाविद्यालय से निकले।