भिलाई। एक बड़ी आबादी हड़बड़ी में भोजन करती है. साथ ही टीवी या मोबाइल स्क्रीन में नजरें गड़ाकर भोजन करना भी कभी-कभी जीवन को संकट में डाल देता है. कुछ ऐसा ही हुआ लगभग 47 वर्ष के इस मरीज के साथ. हड्डी का एक नुकीला टुकड़ा भोजन के साथ आहार नली में जाकर फंस गया. सबकुछ करके देख लिया पर हड्डी न निकली न पेट में गई. अंततः उसे हाइटेक अस्पताल लाया गया.
गैस्ट्रो सर्जन डॉ नवील शर्मा ने बताया कि मरीज को जब अस्पताल लाया गया तो उसकी हालत खराब हो रही थी. गले में तकलीफ तो थी ही, वह भयभीत भी था. हमने तत्काल मरीज को एंडोस्कोप रूप में लिया. हड्डी का यह टुकड़ा गले में आड़ा फंसा हुआ था. इसके नुकीले सिरे आहारनली की दीवारों में उलझे हुए थे. इसे बड़ी सावधानी के साथ पहले दीवारों से अलग किया गया और फिर उसे सीधा कर गले से निकाल दिया गया.
डॉ शर्मा ने बताया कि ऐसे नुकीले टुकड़े न केवल आहारनली की दीवारों को बल्कि आमाशय से लेकर छोटी आंत तक कहीं भी घाव बनाने में सक्षम होते हैं. इसलिए जब भी कोई मोटा कांटा या हड्डी का टुकड़ा गले में चला जाए और वहां फंस जाए तो बिना कोई प्रयोग किये तत्काल अस्पताल पहुंचना चाहिए. यहां विशेष उपकरणों से उसे सावधानी के साथ निकाला जाता है ताकि कहीं भी चोट न लगे.