भिलाई। हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल में पेटदर्द का एक अनोखा मरीज पहुंचा. 45 वर्षीय इस मरीज के पेट में भोजन के बाद तेज दर्द उठने लगता था. डेढ़ दो घंटे बाद दर्द अपने आप कम हो जाता था. यह समस्या पिछले कई दिनों से बनी हुई थी. जब मरीज की जांच की गई तो एक अनोखी वजह सामने आई. दरअसल, मरीज के पाचन तंत्र तक रक्त नहीं पहुंच पा रहा था. सीलियक (Celiac) के साथ ही सुपीरियर मेसेन्ट्रिक (Superior Mesenteric) और इनफीरियर मेसेन्ट्रिक (Inferior Mesenteric) धमनियां भी अवरुद्ध थी.
इंटरवेंशन कार्डियोलॉजिस्ट डॉ आकाश बख्शी ने बताया कि मरीज को काफी समय से भोजन के बाद पेट दर्द की शिकायत थी. पहले उसे गैस्ट्रो का मरीज मान लिया गया था. पर जब कारण पकड़ में नहीं आया तो उसका सीटी करवाया गया. तब जाकर पता चला कि पाचन संस्थान के अलग-अलग अंगों तक पर्याप्त रक्त नहीं पहुंच पा रहा था. इसके कारण भोजन ग्रहण करने के बाद जैसे ही पाचन तंत्र सक्रिय होता था मरीज को दर्द होना शुरू हो जाता था.
डॉ बख्शी ने बताया कि मरीज की सीलियक आर्टरी लगभग 90 प्रतिशत ब्लॉक थी. इसके साथ ही सुपीरियर मेसेन्ट्रिक आर्टरी भी 90 प्रतिशत और इनफीरियर मेसेन्ट्रिक आर्टरी 100 प्रतिशत ब्लाक थी. यह एक विरल मामला था. सीलियक आर्टरी आक्सीजन आमाशय, स्प्लीहा, यकृत, पित्ताशय तथा पैंक्रियाज को आक्सीजनयुक्त रक्त पहुंचाता है. सुपीरियर मेसेंट्रिक आर्टरी अंतड़ियों को रक्त पहुंचाता है जबकि इन्फीरियर मेसेंट्रिक बड़ी आंत के महत्वपूर्ण हिस्सों को रक्त पहुंचाता है.
डॉ बख्शी ने बताया कि मेसेन्ट्रिक धमनी की एन्जियोप्लास्टी सफलतापूर्वक कर दी गई. इसमें इंटरवेंशन रेडियोलॉजिस्ट डॉ प्रशांत पोटे का महत्वपूर्ण योगदान रहा. प्रोसीजर के साथ ही मरीज को काफी आराम मिल गया है. मरीज नियमित रूप से धूम्रपान करता रहा है. इन आर्टरियों में ब्लाकेज के अलावा उसकी बायीं किडनी भी प्रभावित हुई है. वहां भी ब्लाकेज है जिसका इलाज बाद में किया जाएगा.