भिलाई। हाइटेक के सर्जरी विभाग की ख्याति अब दूर-दराज से लोगों को यहां खींचने लगी है. आसपास के जिलों एवं दूसरे राज्यों के मरीजों के बाद अब सिंगापुर से एक मरीज यहां इलाज के लिए पहुंचा. मधुमेह से पीड़ित इस मरीज के पैरों में काफी तकलीफ थी. उनके दायें पैर की उंगलियों में घाव हो गये थे. आम तौर पर इस स्थिति में उंगलियों को काटकर अलग कर दिया जाता है पर हाईटेक कि चिकित्सक उनकी उंगली को बचा ले जाने में सफल रहे.
मरीज सैय्यद करम अब्बास भिलाई के ही रहने वाले हैं पर पिछले कई वर्षों से सिंगापुर में बसे हुए हैं. वे पहले भी एक बार हाइटेक में इलाज करा चुके हैं. डायबिटीज के कारण इस बार उनकी तकलीफ बढ़ गई. दायें पैर की उंगलियों में घाव हो गया जो ठीक होने का नाम ही नहीं ले रहा था. सिंगापुर के चिकित्सकों ने कहा था कि ऐसी स्थिति में उंगलियों को काट कर अलग कर देना ही श्रेयस्कर रहता है. इस पर उन्होंने स्वदेश लौटकर हाइटेक में ही इलाज करवाने का निर्णय किया जहां वे पहले भी इलाज करा चुके थे.
यहां आने पर उन्होंने सीधे सर्जन डॉ नवील शर्मा से सम्पर्क किया. जांच करने पर पता चला कि घाव में संक्रमण है जो टखनों तक पहुंच चुका है. डॉ शर्मा का भी यही मत था कि ऐसी स्थिति में उंगलियों को अलग कर देना ही बेहतर होता है. पर मरीज के बार-बार आग्रह करने पर वे मरीज की उंगली को बचाने की कोशिश करने का फैसला लिया. लंबी चली सर्जरी में घाव की सफाई की गई और फिर ड्रेन लगा दिया गया. संक्रमण और डायबिटीज का प्रभावी नियंत्रण किया गया. सात दिन बाद मरीज स्वस्थ होकर खुशी-खुशी अपने घर लौट गया.