भिलाई. आरोग्यम हॉस्पिटल में एक ऐसी महिला के कूल्हे के जोड़ को बदला गया जो पिछले लगभत सात महीने से बिस्तर पर थी. आर्थराइटिस के कारण वह अपना दाहिना पैर बिल्कुल भी हिला नहीं पाती थी. जांच करने पर पता चला कि कूल्हे का जोड़ पूरी तरह नष्ट हो गया है. महिला की राइट हिप टोटल रिप्लेसमेन्ट सर्जरी कर दी गई. नतीजे अच्छे रहे और दूसरे दिन वे चलने फिरने लगीं.
आर्थोपीडिक सर्जन डॉ अनुराग चन्द्राकर ने बताया कि अधिक वजन जोड़ों के लिए हमेशा घातक होता है. 49 वर्षीया इस महिला का वजन सौ किलो से भी काफी ज्यादा था. यह भी एक बड़ी चुनौती थी. पहले वजन को काबू करने की कोशिशें शुरू की गईं. जब वजन सौ किलो से कम हो गया तब टोटल हिप रीप्लेसमेंट सर्जरी प्लान किया गया. सर्जरी पूरी तरह सफल रही और महिला दूसरे ही दिन बिस्तर से उठ कर खड़ी हो गई.
महिला ने बताया कि बिस्तर पड़े पड़े किसी से और से अपने काम करवाना एक बेहद बदमजा काम था. अब वह स्वयं अपने सारे काम कर पा रही है, इस बात की खुशी है. हंसते हुए वे बताती हैं कि उन्हें खाने का बहुत शौक है पर अब वे अपने वजन का ध्यान रखेंगी क्योंकि इसके साइड इफेक्ट से उनका वास्ता पड़ चुका है. उन्होंने बताया कि अब वह आराम से खड़ी हो पा रही हैं और सहारा लेकर धीरे-धीरे चल भी पा रही हैं. दर्द बिल्कुल भी नहीं है.