भिलाई। स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको में वनस्पति शास्त्र विभाग द्वारा इनडेन्जर्ड स्पिसीज दिवस एवं अंतरराष्ट्रीय बायोडायवर्सिटी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसमें लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने की कोशिश की गई।विभागाध्यक्ष वनस्पति शास्त्र डॉ निहारिका देवांगन ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने कहा हमें गैर कानूनी तरीके से मिलने वाले हाथी दांत, जंगली पशुओं की खाल, चंदन की लकड़ी को नहीं खरीदना चाहिए। इससे इनकी सुरक्षा हो सकेगी।
महाविद्यालय के सीओओ डॉ दीपक शर्मा ने कहा कि आईयूसीएनए रेड डाटा बुक के अनुसार विश्व की लगभग 40 प्रतिशत प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर हैं। इनके संरक्षण के लिये ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को जागरुक होने की भी आवश्यक है।
परिचर्चा में विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़, भारत तथा पूरे विश्व में इनडेन्जर्ड स्पिसीज के बारे में बताया। पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन तथा अधिक शिकार करने के कारण विश्व की कई प्रजातियां विलुप्त हो रही है।
डिजिटल फ्लोरल गैलरी में विद्यार्थियों ने अपने गार्डन में खिले फूलों की फोटो खींचकर भेजा जिससे रेड गैलरी, यलो गैलरी, व्हाईट गैलरी, पिंक, ऑरेंज, परपल गैलरी बनाई गयी। जिससे विद्यार्थी प्रकृति की विविधता एवं सुन्दरता को समझ सके।