दुर्ग। शासकीय विष्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में इतिहास विभाग व आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में 11 दिवसीय ढोकरा शिल्प प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आर.एन. सिंह ने किया। उन्होंने आधुनिक समय में लोक कला के विकास व विद्यार्थियों को वैश्विक समाज के अनुसार अपने को ढालने के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया। विद्यार्थियों को इस प्राचीन कला को सीख कर अपने ज्ञान के द्वारा इस कला को परिमार्जित कर वैष्विक स्तर पर लोगों के समक्ष लाने एवं रोजगार व कौशल उन्नयन के क्षेत्र में नवीन उपलब्धियां अर्जित करने को प्रेरित किया। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ एम. सिद्दीकी ने इतिहास व कला के बीच के अटूट संबंध पर प्रकाश डाला।
विभागाध्यक्ष डॉ अनिल कुमार पाण्डेय ने ढोकराकला का इतिहास व इसकी प्रासंगिकता पर सभी का ध्यान आकृष्ट किया। कलाकार राजेन्द्र बघेल ने इस कला के विकास व महत्व पर संक्षिप्त प्रकाश डाला। आईक्यूएसी की संयोजक डॉ सलूजा ने विद्यार्थियों को इस कला व कार्यशाला से अधिकाधिक लाभ लेने को कहा। अंत में डॉ. ज्योति धारकर ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया व कार्यक्रम का संचालन डॉ कल्पना अग्रवाल ने किया।