भिलाई। बालोद निवासी एक 53 वर्षीय मरीज गंभीर अवस्था में आरोग्यम सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल पहुंचा. उसे काफी समय से तकलीफ थी और कई जगहों पर उसका फौरी इलाज भी हुआ था. अंत में एक चिकित्सक की सलाह वह आरोग्यम पहुंचा. पिछले दिनों से उसे पेशाब नहीं आ रहा था. पेट और कमर में दर्द के साथ ही उसे मितली आ रही थी और उलटियां हो रही थीं. जांच करने पर उसे पायलोनेफ्राइटिस से पीड़ित पाया गया.
आरोग्यम के गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ आरके साहू ने बताया कि पायलोनेफ्राइटिस गुर्दों में होने वाला एक प्रकार का संक्रमण है. यह संक्रमण आमतौर पर मूत्रमार्ग या मूत्राशय में होता है जो धीरे-धीरे एक या दोनों गुर्दों में फैल जाता है. यह मूत्रमार्ग या मूत्राशय की तुलना में गुर्दों को ज्यादा प्रभावित करता है. इसके जल्द इलाज की आवश्यकता होती है वरना संक्रमण गुर्दों से होकर रक्त के जरिए पूरे शरीर में फैल सकता है और मरीज का जीवन संकट में आ सकता है.
मरीज की अल्ट्रासोनोग्राफी और सीटी जांच की गई. उसके दोनों गुर्दे सूजे हुए थे जिनमें पीव भर गया था. पिछले तीन-चार दिन से मरीज ने न के बराबर पेशाब किया था. रक्त में क्रिएटिनिन और श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या भी काफी बढ़ गई थी. मरीज को डायलिसिस पर लिया गया तथा संक्रमण का इलाज प्रारंभ किया गया. लगभग दो सप्ताह के इलाज के बाद मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ है और उसे जल्द ही छुट्टी दे दी जाएगी.