प्रकृति कार्यशाला : पेट के कीड़े मारने बाघ भी खाता है घास : डॉ दक्षिणकर
भिलाई। पेट के कीड़े मारने के लिए बाघ भी एक खास किस्म का घास खाता है। गर्मी से बचने के लिए ही रोएंदार पशुओं के बाल झड़ते हैं। प्रकृति के…
ज्ञान व नवाचार के लिए सूक्ष्म व निरपेक्ष अवलोकन आवश्यक – डॉ दक्षिणकर
भिलाई। “सूक्ष्म व निरपेक्ष अवलोकनों से ही ज्ञान का सृजन होता है और यहीं से नवाचार की प्रक्रिया आरंभ होती है” उपरोक्त विचार दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय के कुलपति…