भिलाई। कोहका स्थित रूंगटा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालॉजी (आरसीईटी) में एक-दिवसीय श्री दुर्गासप्तशती बीजमंत्र साधना का नि:शुल्क आयोजन रविवार, 22 फरवरी को दोपहर 2 बजे से रात्रि 8.30 बजे तक किया गया है तथा इसके पश्चात भण्डारे का आयोजन होगा। आरसीईटी के वातानुकूलित ऑडिटोरियम में परम आदरणीय अवधूत बाबा शिवानंद जी द्वारा तैयार की गई दीक्षा सीडी के माध्यम से आयोजित है। read more
श्री दुर्गा सप्तशती साधना का रहस्य शिव पार्वती संवाद पर आधारित है। महर्षि वशिष्ठ एवं महर्षि विश्वामित्र द्वारा 13 अध्याय 700 श्लोकों द्वारा रचित ये महाग्रंथ शक्ति की साधना है। यह शक्ति साधना वास्तव में गुरू के सानिध्य में ही की जाती है क्योंकि यह गुरूकृपा पर ही आधारित है। दुर्गा सप्तषती ग्रन्थ भक्तों के लिये कल्पतरू के समान है। जो कोई व्यक्ति एकाग्रचित्त होकर, प्रेम और भक्ति से परिपूर्ण होकर, विधिपूर्वक इसके बीजमन्त्रों का पाठ करता है, वह अपने जीवन में निश्चय ही, माँ भगवती की विशेष कृपा का अनुभव करता है। अवधूत बाबा शिवानन्द भगवान दत्तात्रेय की अवधूत श्रृंखला के अवधूत गुरू हैं। गुरूज्ञान से प्रेरित हो, बाबा ने लोका: समस्ता: सुखिनो भवन्तु को अपने जीवन का मूल मंत्र बना लिया है। बाबा शिवानन्द जी चाहते हैं कि मां भगवती की कृपा हर व्यक्ति तक पहुँचे। कोई भी व्यक्ति इस दिव्य कृपा से वंचित न रह जावे, इसलिए गुरू की कृपा से इतनी उच्चतम साधना सहज ही करने का सुअवसर प्राप्त हो रहा है।
छत्तीसगढ़ शिवयोग समिति के तत्तवावधान में आयोजित इस शिविर में श्रद्धालुओं हेतु प्रवेश पूर्णत: नि:शुल्क रखा गया है किन्तु, भाग लेने हेतु अग्रिम पंजीयन कराना अनिवार्य है। अधिक जानकारी कोहका स्थित रूंगटा कॉलेज से अथवा मोबाईल नंबरों 9229166600, 9229355583, 9755038100 एवं 8818877444 पर संपर्क कर प्राप्त की जा सकती है। आयोजन मंडल ने अधिक से अधिक भक्तजनों से इस अवसर का लाभ उठाने का आग्रह किया है। दुर्गा सप्तशती मंत्रोच्चार के माध्यम से शारीरिक तथा मानसिक विकारों से मुक्ति, घर-परिवार में समृद्धि, आर्थिक स्थिति में सुधार तथा घर के वातावरण में दिव्य उर्जा का अनुभव प्राप्त कर सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं।