रायपुर। कांग्रेस के पूर्व सांसद पीआर खुंटे पर राजधानी के राजेंद्र नगर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। खुंटे पर एक पार्टी कार्यकर्ता से 10 लाख रुपए की ठगी का आरोप है। खुंटे ने कार्यकर्ता की भाई की पत्नी को जनपद अध्यक्ष बनाने के नाम पर रुपए ले लिए और उसे पद नहीं दिला सके। बाद में पैसे मांगने पर लौटाने से इनकार कर दिया। पुलिस ने बताया कि मुंगेली के रहने वाले कांग्रेस कार्यकर्ता संतोष घृतलहरे ने अपने भाई की पत्नी शशि घृतलहरे को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए पूर्व सांसद से 10 लाख में डील की थी। उसने पैसे का भुगतान भी कर दिया। इस बीच वहां चुनाव हुए और शशि जीतकर जिला पंचायत सदस्य बन गईं। लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में किसी और का चयन हो गया। Read more
संतोष का आरोप है कि उसने काम न होने की बात कहकर जब पैसे वापस मांगे तो खुंटे ने साफ मना कर दिया। संतोष ने इस मामले की ऑडियो रिकॉर्डिंग कर ली और उसकी सीडी पुलिस को सौंप दी। पुलिस ने सीडी की सत्यता की जांच के बाद खुंटे पर आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया है।
कहा था- प्रदेश अध्यक्ष को देना है पैसा
फरवरी में पीआर खुंटे ने कांग्रेस समर्थित सदस्यों और स्थानीय नेताओं को एक होटल में बुलाया। वहां अलग-अलग चर्चा में उन्होंने कहा कि अध्यक्ष बनने के लिए 10 लाख रुपए देने होंगे। उन्होंने इसके लिए ऊपर से दबाव का भी हवाला दिया। बाद में उन लोगों ने 11 फरवरी को रायपुर में खुंटे के महावीर नगर स्थित आवास पर तीन लाख रुपए दिए। उसके बाद सात लाख की दूसरी किश्त भी दे दी। उस दौरान खुंटे ने कहा कि यह रकम प्रदेश अध्यक्ष तक पहुंचानी है।
बात नहीं बनी तो फूटा खेल
दस लाख रुपए देने के बावजूद संतोष के भाई की पत्नी जिलाध्यक्ष नहीं बन पाईं। उनकी जगह पर कांग्रेस की ही कृष्णा बघेल अध्यक्ष चुन ली गईं। संतोष का कहना है कि उसके बाद उन्होंने पीआर खुंटे से दी गई रकम वापस मांगी। उन्होंने दो-चार दिन का समय मांगा। रुपए वापसी की मांग के दौरान ही संतोष घृतलहरे ने बातचीत को रिकॉर्ड किया।