नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा ने प्रधानमंत्री जनधन योजना की तरफ केन्द्र का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा है कि इस योजना में आवश्यक सुधार कर इसे प्रभावी बनाया जाए। श्री वोरा ने कहा कि बड़े जोर शोर के साथ शुरू किए गए इन खातों को जिन्दा रखने में बैंकों का पसीना बहाना पड़ रहा है। कुछ बैंकों द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक के दवाब में इन जीरो बैलेंस खातों को एक्टिव रखने के लिए उसमें एक-एक रुपया जमा कराया जा रहा है। चार करोड़ से अधिक जीरो बैलेंस खातों में खाताधारकों द्वारा कोई पैसा जमा नहीं कराया गया है।
श्री वोरा ने कहा कि जीरो बैलेंस होने के कारण इन खाता धारकों को न तो बीमा लाभ मिल रहा है और न ही ओवरड्राफ्ट की सुविधा। उन्होंने कहा, खाताधारक इन सुविधाओं का लाभ कैसे ले सकते हैं, इसपर सरकार को आगे आना चाहिए। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि वह सभी खाताधारकों को इस बात की जानकारी उपलब्ध कराए कि उन्हें बीमा लाभ और ओवरड्राफ्ट की सुविधा किन शर्तों को पूरा करने पर मिल सकती है। साथ ही उन्होंने आग्रह किया है कि सीमांत और मझोले किसानों द्वारा कर्ज की राशि समय से भुगतान न करने की स्थिति में उनकी संपत्ति को कुर्क न किया जाए।