दुर्ग। सांसद ताम्रध्वज साहू की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक में कलेक्टर आर शंगीता ने बताया कि दुर्ग जिले में 90 ग्राम पंचायतों और 135 ग्रामों को ‘खुले में शौचमुक्तÓ बना लिया गया है। उन्होंने बताया कि शौचालय बनाने वाले ग्रामीणजनों को प्रोत्साहन स्वरूप 12 हजार रूपए की राशि शौचालय निर्माण के लिए दी जा रही है। उन्होंने बताया कि पाटन नगर पंचायत दुर्ग जिले का ऐसा पहला नगरीय निकाय बन रहा है जो ”खुले में शौचमुक्तÓ है। उन्होंने इसके लिए नगर पंचायत पाटन की अध्यक्ष, जनप्रतिनिधियों और मुख्यकार्यपालन अधिकारी जागृति की प्रशंसा की।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि पिछले वर्ष के जिले में 141 नये नलकूपों का खनन किया गया। इसी तरह पंचायतों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में चौदहवें वित्त आयोग की राशि का उपयोग पेयजल व्यवस्था को सुधारने और बेहतर बनाने के लिए किया गया। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि निशक्तजनों को दिए जाने वाले सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना कि अधिक से अधिक जानकारी दी जाए जिससे वे अधिकाधिक संख्या में इसका लाभ उठा सकें।
बैठक में बताया गया कि मनरेगा के अंतर्गत पिछले वित्तीय वर्ष में 90 लाख मानव दिवसों का सृजन किया गया। इस वित्तीय वर्ष में 15 लाख मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है। बैठक में मनरेगा योजना के अंतर्गत डबरी निर्माण योजना की सराहना की गई और कहा गया कि इससे भू-जल स्तर को उंचा उठाने में तथा खेती किसानी और मछली पालन आदि में मदद मिलेगी।