भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी में अखण्ड भारत विषय पर व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के अति. निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव एवं प्राचार्या डॉ. श्रीमती रक्षा सिंह इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। महाविद्यालय की हिन्दी विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. श्रद्धा मिश्रा ने बहुत ही सार गर्भित व्याख्यान दिया अपने व्याख्यान में उन्होंने युवा पीढ़ी को समझाया की देश की अखण्डता एवं एकता का उत्तरदायित्व आप के कन्धों पर है। अत: आप अपने सहपाठियों के साथ मिलकर ये शपथ लें कि हम अनैतिक कार्यों की ओर कभी भी अग्रसर नहीं होंगे। तथा जो भी अनैतिक कार्य देश में हो रहे हैं जैसे नशा खोरी, नक्सलवाद हत्या जैसे जघन्य अपराध को हम रोकेगे। विद्यार्थियों को ईगित करते हुए बताया कि हमारा देश आर्थिक, राजनैतिक धार्मिक, सांस्कृतिक हर दृष्टि से मजबूत है। उन्होंने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी का जीता जागता उदाहरण देकर विद्यार्थियों के समक्ष रखा और उन्हें बताया की माननीय प्रधानमंत्री गुजरात से चुनाव जीतकर वहां से त्याग पत्र देने के बाद, उत्तर प्रदेश के वाराणसी से प्रचंड मत से विजयी हुए ऐसी है हमारी राजनीतिक अखण्डता। आप इसे समझिये और आगे आने वाली पीढ़ी को अपनी जवाबदारी हस्तान्तरित करिये। ताकी हमारे देश सदैव अखण्ड रहे। शिक्षा विभाग की छात्रा कु. शर्मिष्ठा पवार एवं कु. राधा पोहले ने भी अखण्ड भारत पर अपने विचार प्रस्तुत किये। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. श्रीमती रक्षा सिंह ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुये अपने उद्बोधन में भारत की अखण्डता को सहेजने का संदेश दिया। अतिरिक्त निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने अपने उद्बोधन में कहा की आज के युवाओं के बीच इस विषय पर चर्चा आवश्यक ही नहीं अनिवार्य है। उन्होंने अपने वकतव्य में इस बात पर भी युवाओं का ध्यान आकर्षित किया कि आज की युवा पीढ़ी का रूझान धर्म की ओर बढ़ रहा है। जो कि निश्चय ही हमारे देश की अखण्डता पर सकारात्मक सिद्ध होगा।
इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए श्री गंगाजली शिक्षण समिति के अध्यक्ष आई.पी. मिश्रा ने एवं श्री गंगाजली शिक्षण समिति की उपाध्यक्ष श्रीमती जया मिश्रा ने महाविद्याय के अति. निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव एवं प्राचार्या डॉ. रक्षा सिंह को बधाई देते हुए ऐसे कार्यक्रम भविष्य में भी कराते रहने की प्रेरणा दी।
इस कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय की सहा. प्राध्यापक डॉ. श्रद्धा मिश्रा एवं डॉ. मालती साहू ने मिलकर किया।