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शपथ ग्रहण से शुरू होती हैं जिम्मेदारियां : पाण्डेय

Sep 22, 2016

साईंस कालेज दुर्ग में छात्रसंघ का शपथ ग्रहण
science-college-oathदुर्ग। छात्रसंघ के पदाधिकारी के रूप में शपथ ग्रहण करना मात्र औपचारिकता नही बल्कि यह जिम्मेदारी की प्रथम पायदान होती है। अत: छात्रसंघ पदाधिकारियों को शपथ के प्रति गंभीर होना चाहिए। ये उद्गार छत्तीसगढ़ शासन के उच्चशिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने आज शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग में छात्रसंघ पदाधिकारियों तथा कक्षा प्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण समारोह में व्यक्त किये। श्री पाण्डेय ने कहा कि छात्रसंघ एवं उसके महत्व को प्रत्येक विद्यार्थी को समझना आवश्यक है। एक आम छात्र मतदाता ही सही अर्थो में प्रत्याशी का मूल्यांकनकर्ता होता है। छात्रसंघ को लोकतंत्र की प्रथम पाठशाला निरूपित करते हुए श्री पाण्डेय ने पदाधिकारियों से ईमानदारी पूर्वक कर्तव्य निर्वहन करने की सलाह दी। छात्रसंघ की अवधारणा को सही अर्थो में विद्यार्थियों तक पहुंचाना उच्च शिक्षा विभाग का दायित्व है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए छत्तीसगढ़ शासन के भूतपूर्व जल संसाधन एवं उच्चशिक्षा मंत्री हेमचंद यादव ने कहा कि छात्रसंघ की शपथ ग्रहण करने को यदि शाब्दिक अर्थों में लिया जाए तो यह पदाधिकारियों की जिम्मेदारी एवं कर्तव्य के प्रति प्रतिबध्दता का परिचायक है। केवल छात्रसंघ चुनाव जीतकर औपचारिक रूप से शपथ ग्रहण करना सही नहीं होगा। आज से पदाधिकारियों को यह संकल्प लेना होगा कि वे छात्रहित, महाविद्यालय हित एवं राष्ट्रहित में कार्य करेगें।
विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छत्तीसगढ़ प्रांत के संगठन सचिव मधुसूदन जोशी ने छात्रसंघ पदाधिकारियों से महाविद्यालय परिसर में शैक्षणिक एवं रचनात्मक वातावरण निर्मित करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के संचालक डॉ. जय प्रकाश साव ने छात्रसंघ चुनावों को विद्यार्थियों के लिए आत्मावलोचना एवं त्रुटि सुधार का तंत्र बताया। कार्यक्रम का आरंभ अतिथियों द्वारा माता सरस्वती की पूजन अर्चन एवं सरस्वती वंदना एवं स्वागत गान के साथ हुआ। सरस्वती वंदना प्रस्तुत करने वालों में राजन सिंह राजपूत, कुसुमलता, अर्चना चैबे, भावना, लक्ष्मी नेताम, संजन सिंह राजपूत, स्वाति बंछोर, प्रिया शर्मा, खुशबू गजभिये शामिल थे।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुरेन्द्र कुमार राजपूत ने महाविद्यालय की उपलब्धियोंं पर प्रकाश डालते हुए यूजीसी की सीपीई योजना में चयन, कैम्पस इंटरव्यू, महाविद्यालय में शैक्षणिक गुणवत्ता एवं विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास का जिक्र किया। उन्होंने छात्रसंघ पदाधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपने कार्यकाल में उत्कृष्ट परंपराओं को स्थापित करें। इसके पश्चात् प्राचार्य डॉ. राजपूत ने महाविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष दुष्यंत कुमार साहू, उपाध्यक्ष मनोज कुमार, सचिव अमृता रॉय एवं सहसचिव राहुल कुमावत को पृथक-पृथक तथा लगभग 68 कक्षा प्रतिनिधियों को एक साथ शपथ दिलायी।
शपथ ग्रहण के पश्चात् छात्रसंघ अध्यक्ष दुष्यंत साहू ने अतिथियों के समक्ष महाविद्यालय की कुछ समस्याओं का उल्लेख किया। इनमें महाविद्यालय मुख्य द्वार के समीप यातायात पुलिस के सिपाही की प्रतिदिन ड्यूटी लगाने, छात्र-छात्राओं हेतु बस स्टॉप का निर्माण करने, महाविद्यालय की आवश्यकता के अनुरूप नवीनतम सभागार का निर्माण करने, महाविद्यालय में सतत् जल आपूर्ति, वाईफाई इंटरनेट की सुविधा, रिक्त प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों के पदों को शीघ्र भरे जाने तथा महाविद्यालय में एम.एससी सांख्यिकी, कम्प्यूटर साइंस, इलेक्ट्रानिक्स, एम.एस.डब्ल्यू, ऑयल एवं फूड टेक्नालॉजी से संबंधित कोर्स आरंभ करने की स्वीकृति प्रदान करने तथा बायोटेक्नालॉजी विभाग में स्नातक स्तर की प्रयोगशाला का निर्माण की मांग प्रमुख है। महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष श्री संजय बोहरा भी इस अवसर पर मंच पर आसीन थे।
मुख्य अतिथि प्रेम प्रकाश पाण्डेय तथा अतिथि द्वय हेमचंद यादव एवं मधुसूदन जोशी ने राष्ट्रीय संस्कृत संस्थानम केन्द्र, नई दिल्ली के द्वारा तामस्कर महाविद्यालय में अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण केन्द्र का उद्घाटन भी किया। केन्द्र के प्रशिक्षक श्री लोकेश जैन ने बताया कि राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान द्वारा सम्पूर्ण भारत में तकनीकी, प्रबंधन, चिकित्सा एवं विज्ञान संस्थानों में इस प्रकार के संस्कृत शिक्षण केन्द्रों की स्थापना की गयी है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत इन शिक्षण केन्द्रों का मूल उद्देश्य संस्कृत शास्त्रों में छुपी ज्ञान निधि को आम जन मानस तक पहुंचाना तथा संस्कृत को आम जन की बोल चाल की भाषा बनाना है। भारत को विश्व गुरू पद पर पुन: आसीन करने हेतु भारतीय संस्कृति एवं संस्कृत के प्रचार प्रसार की नितांत आवश्यकता है।
प्राचार्य, डॉ. राजपूत ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किये। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन छात्रसंघ सचिव अमृता रॉय ने किया। इससे पूर्व कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत करने वालों में प्राचार्य डॉ. राजपूत, छात्रसंघ प्रभारी डॉ. एस.एन.झा, छात्रसंघ के पदाधिकारी अध्यक्ष, दुष्यंत साहू, उपाध्यक्ष मनोज कुमार, सचिव अमृता रॉय, सहसचिव राहुल कुमावत, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.एम.ए. सिद्दीकी, मुख्य लिपिक श्री राधे लाल यादव तथा वरिष्ठ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी श्री दिनेश यादव शामिल थे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य नागरिक, मीडिया जगत के प्रतिनिधि तथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश एवं जिला स्तर के पदाधिकारी तथा वार्ड पार्षद श्री जलतारे एवं छात्रसंघ पदाधिकारियों के पालकगण उपस्थित थे।

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