भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी, भिलाई तथा सुधी श्रोता परिषद् के संयुक्त तत्वाधान में महाकवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें प्रसिद्ध राष्ट्रीय एवं राजकीय पुरस्कार से सम्मानित ओजस्वी कवि डॉ. हरिओम पवार मेरठ (उ.प्र.), डॉ. अनिल चैबे (उ.प्र.), प्रमुख कवियत्री पद्मिनी शर्मा दिल्ली से सम्मिलित हुर्इं। कवि सम्मेलन का आरंभ सुधी श्रोता परिषद के संयोजक राजीव चौबे ने उपस्थित श्रोताओं को शत प्रतिशत मतदान का शपथ दिलाकर की। महाकवि सम्मेलन का शुभारंभ शिक्षाप्रद मतदान एवं मतदान के शपथ से प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री गंगाजली शिक्षण समिति के चेयरमेन आई पी मिश्रा, महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रक्षा सिंह, महाविद्यालय के अति. निदेशक डॉ. जे.दुर्गा प्रसाद रॉव मंच पर आसीन थे। कवियत्री पद्मिनी शर्मा श्रृगांर रस की कवियत्री ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत करते हुए अपनी कविता का पाठ किया।
डॉ. अनिल चौबे ने हास्य रस की कविताएं प्रस्तुत की। डॉ. हरिओम पवार द्वारा वीर रस कविता पाठ किया। आपने भारत के संविधान पर आधारित अपनी प्रसिद्ध कविता का वाचन करते हुए कहा कि यह तरूणामयी नौजवानो को समर्पित है जो देश के कल के भविष्य है।
कार्यक्रम में उपस्थित कवियों को महाविद्यालय की प्राचार्या एवं अतिरिक्त निदेशक के द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
इस अवसर पर दुर्ग विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. एन.पी. दिक्षित, अन्य महाविद्यालय के प्राध्यापक गण, गणमन्य नागरिक, स्थानीय महाविद्यालयों के प्राध्यापकगण, मीडियाकर्मी एवं बडी संख्या में विद्यार्थीगण उपस्थित थे। समारोह का संचालन डॉ श्रद्धा मिश्रा ने किया।