• Fri. May 3rd, 2024

Sunday Campus

Health & Education Together Build a Nation

गर्ल्स कॉलेज दुर्ग में डिजिटल लाईब्रेरी पर कार्यशाला का आयोजन

Sep 18, 2019

दुर्ग। शासकीय वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में ई-लर्निंग के तहत डिजिटल लाईब्रेरी की उपयोगिता पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन ग्रन्थालय विभाग द्वारा किया गया। जिसमें महाविद्यालय की ग्रन्थपाल डॉ. रीता शर्मा ने बताया कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक विस्तार हुआ है जिसके अन्तर्गत ई-बुक्स और ई-जर्नल्स की उपयोगिता बढ़ी है।विद्यार्थियों को देश-विदेश के पुस्तकालयों में उपलब्ध पुस्तकों से परिचित कराने एवं उसका लाभ दिलाने के उद्देश्य से महाविद्यालय का केन्द्रीय ग्रन्थालय लगातार प्रयासरत् है। वर्तमान में महाविद्यालय के पुस्तकालय में ई-बुक्स एवं ई-जर्नल्स की सुविधा उपलब्ध है।दुर्ग। शासकीय वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में ई-लर्निंग के तहत डिजिटल लाईब्रेरी की उपयोगिता पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन ग्रन्थालय विभाग द्वारा किया गया। जिसमें महाविद्यालय की ग्रन्थपाल डॉ. रीता शर्मा ने बताया कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक विस्तार हुआ है जिसके अन्तर्गत ई-बुक्स और ई-जर्नल्स की उपयोगिता बढ़ी है।विद्यार्थियों को देश-विदेश के पुस्तकालयों में उपलब्ध पुस्तकों से परिचित कराने एवं उसका लाभ दिलाने के उद्देश्य से महाविद्यालय का केन्द्रीय ग्रन्थालय लगातार प्रयासरत् है। वर्तमान में महाविद्यालय के पुस्तकालय में ई-बुक्स एवं ई-जर्नल्स की सुविधा उपलब्ध है। इस कार्यशाला में कॉपी-किताब डॉट कॉम के सौजन्य से ई-लाइब्रेरी के संबंध में सारगर्भित जानकारी विशेषज्ञों द्वारा दी गई। वीडियो के माध्यम से लाइब्रेरी की उपयोगिता पर विशेषज्ञों ने छात्राओं एवं प्राध्यापकों को उपलब्ध सुविधाओं से अवगत कराया।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी ने कहा कि ई-लाइब्रेरी के माध्यम से हम अपने ज्ञान का विस्तार कर सकते है। दुर्लभ साहित्य और नये विज्ञान के ज्ञान को कम समय में प्राप्त कर सकते है। शोध के क्षेत्र में इसका बहुत महत्व है। जिससे हम नये-नये वैज्ञानिक तथ्यों से परिचित होते है। वहीं हमारे शोध में उपलब्ध साहित्य मददगार होता है।
महाविद्यालय ग्रन्थालय विकास समिति की संयोजक डॉ. बबीता दुबे, सदस्य डॉ. निसरीन हुसैन, डॉ. साधना पारेख, डॉ. अनुजा चैहान, डॉ. यशेश्वरी धु्रव, डॉ. मुक्ता बाखला ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रीय भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन श्रीमती रीता शर्मा, ग्रन्थपाल ने किया।

Leave a Reply