दुर्ग। आज शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के भौतिक शास्त्र विभाग में वस्तुनिष्ठ प्रतियोगिता में सफल हुए विद्यार्थियों का पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में संजय कुमार देशमुख ने प्रथम स्थान, लक्की, यामिनी साहू एवं नारायनी ने द्वितीय स्थान जबकि प्रकाश कुमार एवं पिंकी सेन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस समारोह के मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. आर एन सिह ने समस्त विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार के साथ साथ प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान डॉ. सिंह ने विजयी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि आज प्रतिस्पर्धा के दौर में प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने हेतु कड़ी मेहनत के साथ साथ सहीं मार्गदर्शन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिन विद्याथिर्यों को पुरस्कार नहीं मिला है वह भी खुद को कमतर नहीं समझे, क्योंकि असफलता ही सफलता की कुंजी है, सकारात्मक सोच रखते हुए भविष्य में आगे बढ़ने के लिए निरन्तर प्रयास जारी रखें। इसके साथ उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को विषय पर पकड़ बनाने की आवश्यकता है। वे पावर प्वाइंट प्रजेटेंशन के माध्यम से विषय का गहन अध्ययन करें। इसके माध्यम से विद्यार्थियों की झिझक दूर होगी तथा उनको इसका फायदा मिलेगा।
आईक्युएसी संयोजक डॉ. जगजीत कौर सलूजा ने कहा कि सफलता का कोई शार्टकट नही होता है और यदि आप पढ़ाई में अव्वल दर्जे से उत्तीर्ण हुये हैं तो इसे बरकरार रखना भी अति आवष्यक है। उन्होने कहा इसके लिए यह आवष्यक है आप कड़ी मेहनत करें और समय के प्रत्येक पल का बेहतर ढंग से उपयोग करें। विद्यार्थियों को भविष्य में कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पडेग़ा इससे निपटने के लिए धैर्य ज्ञान एवं बुध्दिषीलता भी बहुत आवष्यक है।
विभागाध्यक्ष डॉ. पूर्णा बोस ने विजयी प्रतिभागियों को भविष्य में सफल होने के लिए आषीर्वाद एवं शुभकामनाएं दी, उन्होने कहा विद्यार्थी हर एक चुनौती को अवसर के रूप में लें क्योकि अवसर खुद ब खुद चलकर नहीं आता है बल्कि अवसर को तलाषना या बनाना पड़ता है। उन्होने बताया की भविष्य में इस प्रकार की वस्तुनिष्ट प्रतियोगिता का आयोजन भौतिक षास्त्र विभाग द्वारा किया जायेगा। डॉ. अनिता शुक्ला ने विजय प्रतिभागियों को शुभकामनाओं के साथ उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. अभिषेक मिश्रा ने बताया की इस प्रकार की परीक्षा का उद्देष्य विद्याथिर्यों को भविष्य में प्रतियोगी परीक्षाओं के पैटर्न से अवगत कराना है जिससे विद्यार्थी इस परीक्षा द्वारा अपनी कमियों को जानकर दूरकर सकें, जिससे भविष्य में उनकी प्रतियोगी परीक्षा में सफल होने की संभावना बढ़ सकें। उन्होने बताया यह वस्तुनिष्ठ परीक्षा बी.एस.सी. द्वितीय के विद्याथिर्यों के लिए करायी गई थी जिसमें सांईस कालेज दुर्ग तथा शा. आदर्ष महाविद्यालय, दुर्ग से 299 विद्याथिर्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन एम.एससी प्रथम सेमेस्टर से अदिति सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापक सीतेष्वरी चन्द्राकर ने किया। इस कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।