भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी भिलाई की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एक और दो ने डुंडेरा में सात दिवसीय शिविर लगाया। शिविर का उद्घाटन 23 दिसम्बर को रविन्द्र साहू, केशव महिपाल एवं मुकेश शर्मा ने किया। वक्ताओं ने शिविरार्थियों को संस्कारों के विषय में विस्तार से बताया। संचालन रासेयो कार्यक्रम अधिकारी शिल्पा कुलकर्णी ने किया। आभार प्रदर्शन कार्यक्रम अधिकारी विकास चंद्र शर्मा ने किया। शिविर के दूसरे दिन 23 दिसंबर को 6:00 बजे शिविर के स्वयंसेवकों द्वारा प्रभातफेरी निकाली गई जिसमें स्वच्छता पर नुक्कड़ नाटक किया गया। शिविरार्थियों ने एनएसएस के नारे लगाए और गीत गाए। 9:00 बजे से इन दो इकाइयों के स्वयंसेवकों को विभिन्न समूहों में बांट कर को परियोजना कार्य के लिए भेजा गया। परियोजना कार्य के तहत विद्यालय के परिसर की साफ सफाई की गई।
भोजन के पश्चात 2:00 बजे से सार्थक समूह की महिलाओं द्वारा पेपर बैग बनाने का स्वयं सेवकों एवं ग्रामीण महिलाओं तथा विद्यालय के बच्चों को प्रशिक्षण दिया गया। सारथी महिला समूह की अध्यक्ष श्रीमती कविता कारकून द्वारा पेपर बैग बनाने का महत्व एवं उपयोगिता तथा पर्यावरण को बचाने के लिए इन बॉक्स का उपयोग करने के लिए बताया गया प्लास्टिक मुक्त भारत बनाने के लिए उन्हें प्रेरित किया गया।
3:30 बजे बौद्धिक परिचर्चा में श्रीश्री रविशंकर संस्थान के शिक्षा एवं भूतपूर्व जनरल मैनेजर भिलाई इस्पात संयंत्र सतीश पड़ेगांवकर एवं श्रीमती अंजलि पड़ेगांवकर उपस्थित रहे। श्री पड़ेगांवकर ने स्वयंसेवकों को उनके व्यक्तित्व के विकास एवं निर्माण हेतु विभिन्न लाभदायक बातें बताईं। उन्होंने जागरूकता की व्याख्या करते हुए बताया कि मनुष्य जीवन में जागरूकता ही जीवन का केंद्र बिंदु है। मनुष्य का खाना-पीना बातचीत चाल चलन उसकी जागरूकता को दर्शाते हैं। शिविराथिर्यों को उनके जीवन काल में व्यक्तित्व का महत्व समझाते हुए अपना आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं दी।
श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जूनवानी भिलाई की निदेशक व प्राचार्य डॉ रक्षा सिंह ने स्वयंसेवकों को उनके कार्य के लिए बहुत सराहना की। महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ जे दुर्गा प्रसाद राव ने भी स्वयं सेवकों का उत्साह बढ़ाया कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती शिल्पा कुलकर्णी राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी ने किया।