दुर्ग। शासकीय डॉ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय की बी.एससी. गृहविज्ञान छात्राओं ने फाउण्डेशन प्राईमरी स्कूल का भ्रमण किया और वहां के विद्यार्थियों को सृजनात्मक कलाओं का प्रशिक्षण दिया। उन्हें पेपर कटिंग पेस्टिंग द्वारा फूल, फल एवं सब्जियों के आकार बनाने के साथ साथ कविता एवं कहानियों के माध्यम से भी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गईं। महाविद्यालय के छात्राओं ने उत्साहपूर्वक स्कूली बच्चों के साथ हिस्सा लिया।दीपिका एवं रेशमा ने जहां बच्चों को पेपर कटिंग एवं पेस्टिंग द्वारा विभिन्न आकृतियाँ बनाना सिखाया वहीं तेजस्वनी एवं लोकेश्वरी द्वारा विभिन्न प्रकार के फलों एवं सब्जियों की जानकारी कविता एवं कहानी के माध्यम से दी गई। निधि एवं ललीता द्वारा खिलौनो के माध्यम से अल्फाबेट बनाना सिखाया गया। इस कार्यक्रम में बच्चों को स्वास्थ्य के संबंधी जानकारी तथा स्वच्छता का महत्व भी बताया गया।
कार्यक्रम प्रभारी डॉ. बबीता दुबे ने बताया कि निकिता एवं महेश्वरी ने विभिन्न जंगली जानवरों तथा पालतु जानवरों के विषय में रोचक जानकारी बच्चों को दी गई।
भाषा ज्ञान को बढ़ावा देने कहानी एवं कवितायें सिखायी गयी। उन्होनें बताया कि गृहविज्ञान के क्षेत्र में बाल्यावस्था के संबंध में परियोजना कार्य के अंतर्गत छात्राओं को विभिन्न स्कूलों में प्राथमिक स्तर के विद्याथिर्यों के साथ गतिविधियों के संचालन हेतु भ्रमण कराया जाता है। बच्चों को सिखायी गयी विभिन्न सृजनात्मक कार्यों का मूल्यांकन भी किया गया।