भिलाई। इंसानों के प्रति वफादारी और दोस्ती निभाने वाले पशुओं की सहायता करना हमारा फर्ज है। इसी फर्ज को निभाते हैं एनिमल सेवियर्स। उन्होंने सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल दो श्वानों के प्राणों की रक्षा की है। एनिमल सेवियर्स लावारिस, घायल और गुमे हुए पशुओं का पता लगाकर उनकी सेवा करता है। इसमें चिकित्सा से लेकर भोजन का प्रबंधन करना तक शामिल है।स्मृति नगर जुनवानी में दो कुत्ते सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जैसे ही एनिमल सेवियर्स को उनकी जानकारी मिली, संस्था के दो स्वयं सेवक तत्काल वहां पहुंचे और घायल कुत्तों को अपने काबू में लिया। इसके बाद उसे पशु चिकित्सक के पास लेकर गए और उसकी मरहम पट्टी करवाई। साथ ही दवा-भोजन की भी व्यवस्था की।
एनिमल सेवियर्स तन-मन-धन से पशुओं की सेवा करते हैं। इनके द्वारा बचाए गए पशुओं को कई बार सर्जरी तक की जरूरत होती है। ये युवा अपने खर्च पर उनका पूरा इलाज कराते हैं। आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए वे उनकी नसबंदी भी करवाते हैं। पिछले कुछ महीनों में संस्था ने 20 कुत्तों की नसबंदी करवाई है। इसके अलावा नियमित फीडिंग ड्राइव के तहत प्रतिदिन लगभग 80 जानवरों को खाना खिलाने की जिम्मेदारी उन्होंने उठा रखी है। जरूरतमंद, बेघर और अनाथ जानवरों को गोद लेने-देने के लिए वे निरंतर प्रयास करते रहते हैं। उनके लिए अच्छे और इच्छुक परिवार ढूंढते हैं। जागरूकता शिविरों का त्रैमासिक आयोजन किया जाता है ताकि लोग अपने मित्र पशुओं के प्रति दायित्व को समझ सकें। इसके साथ ही भटके और गुमे हुए पशुओं, विशेष कर कुत्तों को उनके मालिकों के पास पहुंचाने का भी प्रयास किया जाता है। संस्था अधिक से अधिक लोगों को अपने साथ जोड़कर इसे एक जन अभियान का रूप देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।