भिलाई। संतोष रूंगटा समूह द्वारा संचालित रूंगटा कॉलेज ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस एंड रिसर्च देश के टॉप फार्मा कालेजों में शामिल किया गया है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी उत्कृष्ट शिक्षा के आधार पर इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क सूची में आरसीपीएसआर को शामिल किया है। रैंकिंग के लिए देशभर की 5920 संस्थानों ने आवेदन किया था। संस्था एनबीए, नैक एवं डीएसआईआर-सीरो से भी एक्रेडिएशन प्राप्त है।यह राज्य की एकमात्र निजी फॉर्मेसी संस्थान है जिसे एनआईआरएफ की रैंकिंग के साथ ही एनबीए, नैक एवं डीएसआईआर-सीरो से भी एक्रिडिटेशन प्राप्त है। संस्था ने विभिन्न सरकारी फंडिंग एजेंसियों से लगभग एक करोड़ से भी ज्यादा रिसर्च फंडिंग प्राप्त की है। वहीं रिसर्च में उल्लेखनीय कार्य कर देश-विदेश की जानी-मानी साइंटिफिक पत्रिकाओं में पेपर्स को प्रकाशित किया है।
एनआईआरएफ केंद्र सरकार की संस्था है। इसमें रैंकिंग मिलने से कॉलेज को लाभ होता है। साथ ही छात्रों को भी अनेक तरह के अवसर मिलते हैं। कॉलेज की प्रतिष्ठा बढ़ती है। वहीं केंद्र सरकार से अनुदान मिलने की राह खुलती है। नैक मूल्यांकन में भी इसका लाभ मिलता है। छात्रों को रिसर्च फेलोशिप मिलने में सुविधा होती है। पढ़ाई के बाद उनके प्लेसमेंट में भी ज्यादा परेशानियां नहीं आती।
एनआईआरएफ रैंकिंग के दौरान कॉलेजों में स्तरीय शिक्षा के उच्च मापदंडों की कसौटी पर देश के सैकड़ों संस्थानों को परखा जाती। रिसर्च, पब्लिकेशन, शासकीय ग्रांट, शिक्षा की गुणवत्ता, टीचिंग और नान टीचिंग स्टॉफ, पै्रक्टिकल के उपकरण, थ्योरी क्लासेस की सुविधाएं, नंबर ऑफ रेग्युलर और एडहॉक टीचर्स, लाइब्रेरी, प्ले ग्राउंड, अध्ययन और अध्यापन के सोशल और कल्चरल एक्टिविटी आदि बिंदुओं पर जांच की जाती है। रैंकिंग अच्छी होती है तो बच्चों और अभिभवकों का भी ध्यान कॉलेज की ओर जाता है। इससे उस संस्था को सबसे अधिक सर्च किया जाता है।
आरसीपीएसआर की इस उपलब्धि पर रूंगटा ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन संतोष रूंगटा ने कहा कि यह तीसरी बार है कि संस्था टॉप-100 में अपना स्थान बरकरार रखी हुई है। यह उपलब्धि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है।
डॉयरेक्टर डॉ. सौरभ रूंगटा डॉयरेक्टर एफ एंड ए सोनल रूंगटा ने कहा कि कॉलेज वर्षों से विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने कटिबद्ध है। संस्था का वाईफाई केंपस और इंफ्रास्ट्रक्चर कोविड-19 से उपजी परिस्थितियों में भी उच्च शिक्षा के मानदंडों को पूरा करने के लिए सक्षम है। इस उपलब्धि के लिए उन्होंने कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डीके त्रिपाठी, वाइस प्रिंसिपल डॉ. एजाजुद्दीन एवं प्रोफेसर्स और विद्यार्थियों की मेहनत पर खुशी जाहिर की।