भिलाई। संजय रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के तत्वावधान में रूंगटा डेंटल कॉलेज भिलाई के ऑर्थोडॉन्टिक्स और डेंटोफेशियल ऑर्थोपेडिक्स विभाग द्वारा नेशनल वेबिनार आयोजित किया गया। वेबिनार का विषय था, “वैज्ञानिक प्रकाशनों में उत्कृष्टता कैसे हो।” इस वेबिनार में 1084 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें सभी प्रख्यात संकायों से ऑर्थोडॉन्टिस्ट, दंत चिकित्सक, पोस्ट-ग्रेजुएट के साथ-साथ देश भर के स्नातक छात्र शामिल हुए। मुख्य वक्ता डॉ शिवकुमार अरुणाचलम ने वैज्ञानिक लेखन को बेहतर बनाने और प्रकाशनों में बेहतर होने के बारे में बहुत महत्वपूर्ण जानकारी और विस्तृत व्याख्यान दिया।कार्यक्रम का उद्घाटन संजय रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन संजय रूंगटा ने किया। रूंगटा डेंटल कॉलेज के डीन डॉ सुधीर पवार ने प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए स्नातकोत्तर प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रकाशन और शोध प्रबंध लेखन के महत्व के सम्बन्ध में जानकारी दी। रूंगटा डेंटल कॉलेज के ऑर्थोडॉन्टिक्स विभाग के प्रोफेसर और एचओडी डॉ सुमित गांधी ने प्रतिनिधियों को स्पीकर का परिचय देते हुए अच्छे अनुक्रमित अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पत्रिकाओं में लेख प्रकाशित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
इसके पश्चात् मुख्या वक्ता डॉ शिवकुमार अरुणाचलम ने अपने व्याख्यान में समीक्षक दृष्टिकोण से एक वैज्ञानिक लेखन करने के तरीकों के बारे में चर्चा करते हुए संपादकों के साथ संचार, और प्लेग्रिजम के बारे में भी उल्लेख किया और बताया कि विभिन्न साहित्यिक चोरी चेक सॉफ्टवेयर्स की मदद से इसे कैसे जांचा जायें। व्याख्यान के बाद एक प्रश्नोत्तर सत्र हुआ। ऑर्थोडॉन्टिक्स विभाग के प्रो डॉ जावेद सोडावाला ने धन्यवाद ज्ञापन किया। वेबिनार का समन्वय ऑर्थोडॉन्टिक्स विभाग की रीडर डॉ शाहीन हमदानी और ऑर्थोडॉन्टिक्स विभाग के सीनियर लेक्चरर डॉ हर्षा मल्होत्रा द्वारा किया गया था। प्रतिभागियों को ई-प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। इस आयोजन के लिए छात्र समन्वयक डॉ रवितेजा वडाली, डॉ शहजाद अहमद, डॉ आकाश स्वर्णकार, डॉ नेहा झा, डॉ पूजा बजाज, डॉ गुंजन भंसाली आदि रहे।