दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की निरीक्षण टीम ने इस सप्ताह अनेक निजी महाविद्यालयों का दौरा किया जिससे इन महाविद्यालयों में खलबली मची हुई है। महाविद्यालयों में सीमित साधनों के बीच ऑनलाइन क्लासों का संचालन तो किसी तरह किया जा रहा है पर विद्यार्थी इसमें कोई विशेष रुचि नहीं ले रहे। अधिकांश महाविद्यालयों में बेहद सीमित संख्या में बच्चे क्लास में शामिल मिले। इसका एक कारण ऑनलाइन क्लास का लंबा होना तथा डेटा पैक का समाप्त हो जाना भी है।उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं उनके साथ अधिकारियों की टीम द्वारा निजी महाविद्यालयों में चल रही ऑनलाईन कक्षाओं के आकस्मिक निरीक्षण किया जा रहा है। कुलसचिव डॉ देवांगन ने बताया कि अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ प्रशांत श्रीवास्तव एवं खेल संचालक डॉ ललित प्रसाद वर्मा की टीम ने छः निजी महाविद्यालयों का निरीक्षण किया। सभी महाविद्यालयों में ऑनलाईन कक्षाओं का संचालन संतोषप्रद था, परन्तु ऑनलाईन रूप से जुड़े विद्यार्थियों की संख्या पर्याप्त नहीं थीं। कुलसचिव ने सभी निजी महाविद्यालयों को अधिक से अधिक संख्या में विद्यार्थियों को जोड़ने हेतु हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिये गये। टीम ने प्राध्यापकों की कम संख्या में उपस्थिति पर भी आपत्ति जताते हुए प्राचार्यों को निर्देशित किया कि महाविद्यालयों की कार्य अवधि में छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सभी कार्य सम्पादित किये जाये।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने निरीक्षण के दौरान ऑनलाईन जुड़े विद्यार्थियों से सीधी बातचीत भी की। अनेक विद्यार्थियों ने समय पर लिंक उपलब्ध न होने की जानकारी देते हुए कहा कि एक घंटे की दो कक्षाओं में ही 1 जीबी डाटा पैक समाप्त हो जाता है। अतः वे बाकी कक्षाएं से नहीं जुड़ पाते।
निरीक्षण टीम द्वारा प्रत्येक निजी महाविद्यालयों में प्राचार्य, प्राध्यापकों की उपस्थिति, ऑनलाईन कक्षा के विषय एवं उपस्थित छात्रों की संख्या संबंधी आंकडे भी एकत्रित कर प्रति सप्ताह उच्च शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ शासन को प्रेषित किये जा रहे हैं।