भिलाई। प्राध्यापक स्वयं को विद्यार्थी समझकर प्रश्नपत्रों की रचना करें तभी सही रूप से विद्यार्थियों के स्तर एवं निश्चित् समयावधि में उनके द्वारा प्रश्न पत्र हल किया जा सकेगा। ये उद्गार हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ अरूणा पल्टा ने आज व्यक्त कियें। डॉ पल्टा आज दुर्ग विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले शासकीय एवं निजी महाविद्यालयों के सैंकड़ों प्राध्यापकों को ऑनलाईन रूप से संबोधित कर रही थीं। विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं में प्राध्यापकों द्वारा किये जाने वाले प्रश्नपत्रों की रचना के संबंध में प्राध्यापकों को महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए डॉ पल्टा ने कहा कि प्रश्नपत्र में कठिन तथा सरल दोनों प्रकार के प्रश्नों का समावेश होना चाहिए। उन्होंने प्राध्यापकों से आव्हान किया कि वे इस बात का भी ध्यान रखें कि एक सामान्य विद्यार्थी निर्धारित समय सीमा में पूर्ण प्रश्नपत्र हल कर सकें।