भिलाई। एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के चतुर्थ वर्ष की छात्राओं को आज विदाई दी गई। इस अवसर पर महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने कहा कि चिकित्सा सेवाओं से किसी भी रूप में जुड़ने वाले लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके अध्यावसाय में चूक की कोई गुंजाइश नहीं है। उनकी एक गलती से किसी की जान भी जा सकती है।बड़ी संख्या में उपस्थित छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नर्सिंग एक ऐसा क्षेत्र है जहां डिग्री प्राप्त करने के बाद रोजगार की कोई कमी नहीं है। पर अच्छा प्लेसमेंट केवल उन्हीं को मिल पाता है जो इसके लायक होते हैं। हमें खुशी है कि हमारी फैकल्टीज अपनी तरफ से कोई कमी नहीं छोड़ती। यही वजह है कि संस्था की छात्राएं आज महानगरों के नामी अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे रही हैं। एक कहानी सुनाते हुए उन्होंने कहा कि हर कोई रेस में प्रथम आए यह संभव नहीं है, पर कोशिश दौड़ को पूरा करने की होनी चाहिए।
इस अवसर पर प्रावीण्य सूची में स्थान बनाने वाले बच्चों को प्राचार्य डैनियल तमिल सेलवन तथा निदेशक डॉ श्रीलेखा ने पुरस्कृत किया। साथ ही श्रेष्ठ छात्राओं का भी सम्मान फार्मेसी कालेज के प्राचार्य डॉ टिकेश्वर कुमार एवं एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे द्वारा किया गया। इस अवसर पर फ्रेशर एवं जूनियर स्टूडेन्ट्स ने अपने सीनियर्स के सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कोविड गाइडलाइंस का पालन करते हुए आयोजित इस कार्यक्रम में सीनियर्स ने कालेज में बिताए गए यादगार पलों को भी साझा किया। इस अवसर पर उप प्राचार्य सिजी थॉमस, दिव्या दास, दिशा ठाकुर, कविता सिन्हा, गीता साहू, नेहा देवांगन, रेणुका मजुमदार, अंजलि चन्द्राकर। कार्यक्रम का संचालन दीपिका एवं रौशनी ने किया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र का संचालन टुम्पा रणा, मुक्ता रक्षित ने किया। स्टूडेंन्ट ऑफ द ईयर का खिताब प्रीति गुप्ता को दिया गया।