भिलाई। प्रेरणा शिक्षक संघ श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जूनवानी के प्रेरणा शिक्षक संघ के तत्वावधान में दुर्ग जिले के विभिन्न महिला संगठनों को इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमा बनाने का प्रशिक्षण देने के लिए आनलाईन वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य अर्थोपार्जन के साथ साथ पर्यावरण की सुरक्षा करना भी था। मौली धागा, जूट की रस्सी पेपर मोती कपड़े और विभिन्न प्रकार के सजावटी सामान से राखी और लुंबा बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। डॉ जयश्री वाकणकर सचिव प्रेरणा शिक्षक संघ ने मिट्टी से गणेश जी की विभिन्न मुद्राएं प्रदर्शित करते हुए प्रतिमा बनाना सिखाया इस कला का प्रयोग गणेश चतुर्थी के अवसर पर गणेश जी का निर्माण करके स्वयं के प्रयोग एवं विक्रय हेतु भी किया जा सकता है मिट्टी के गणेश जी सदैव बंदनीय रहे हैं और सरकार द्वारा भी प्लास्टिक ऑफ पेरिस का बहिष्कार करते हुए मिट्टी के गणेश निर्माण को प्रोत्साहित किया जाता रहा है क्योंकि ये कुछ समय पश्चात पानी में स्वयं विलीन हो जाते हैं जबकि प्लास्टर ऑफ पेरिस घुलनशील ना होने के कारण जल के अंदर उसी अवस्था में रखे रह जाते हैं और नदी के जल को भी प्रदूषित करते है।
इस अवसर महाविद्यालय की निदेशक/प्राचार्या एवं प्रेरणा शिक्षक संघ की अध्यक्ष डॉ रक्षा सिंह ने महिलाओं को पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझने और उनका पालन करने के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम में प्रतिभागी निर्जा झा जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए इस कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि गणेश जी की पवित्र प्रतिमा और इको फ्रेंडली राखी अगर हम अपने हाथों से ही बनाते हैं तो पर्यावरण के साथ-साथ हम अपने आर्थिक स्थिति को भी मजबूत बना सकते हैं। इस कार्यशाला में विभिन्न महिला संगठनों के साथ श्री शंकराचार्य महाविद्यालय विभिन्न प्राध्यापक लाभान्वित हुए।