भिलाई। संजय रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सेल एवं एआईएफएमबी के संयुक्त तत्वाधान में भिलाई राउंड टेबल मीट 2021 का आयोजन किया गया। उक्त राउंड टेबल मीट का विषय – ग्रोथ आप्शन फॉर टूडेज बिजनेस था। प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कंपनियों और घरेलू कंपनियों के कई प्रबंध निदेशक, संचालक इस राउंडटेबल मीट के पैनलिस्ट थे। उन्होंने अपने अनुभव को साझा किया कि महामारी के दौरान कैसे और किन चुनौतियों का सामना किया और नवीन तकनीकों के माध्यम से निरंतर सफलता प्राप्त की। उन्होंने उद्यमशीलता की भावना की चिंगारी को प्रज्वलित किया और युवाओं को अपना उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने मौजूदा बाजार की गतिशीलता और न्यू-नार्मल के बाद उपलब्ध अवसरों को समझने हेतु युवाओं को प्रेरित किया।
इस राउंडटेबल मीट में मुख्य पैनलिस्ट श्रीकृष्ण राणा, (सीईओ – प्लेटिनम इंडस्ट्रीज प्रा. लिमिटेड), सुमीत काबरा, (निदेशक – आरआर ग्लोबल), अंजुली अग्रवाल जैन, (एमडी – सान डिजाइन), रोहित डागा, (एमडी – रेडीपैकेज), कुंज शाह, (सीईओ – आग इंडिया), योगेश्वर, (एमडी – गोविंद दांडे एंड संस), शरद गोयल, (निदेशक – बिज़ोल्यूशन टेक्नोलिज़ प्रा. लिमिटेड), वैभव जैन, (प्रमुख – अप्सरा चाय), सुमित तिवारी, (सीईओ-टाइम्स कॉन्सेप्ट) थे।
श्रीकृष्णा राणा ने अपने संबोधन में कहा कि रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं के बावजूद नए व्यवसाय का निर्माण करते समय ईमानदारी से प्रयास करने से सफलता प्राप्त की जा सकती है। अंजुली अग्रवाल जैन ने उल्लेख किया कि हालांकि वर्तमान समय सभी के लिए कठिन है लेकिन डिजिटल मार्केटिंग की मदद से व्यापार में तेजी लाने के लिए अग्रिम संभावनाएं हैं। सुमीत काबरा ने कहा कि परिप्रेक्ष्य एक अच्छी तरह से परिभाषित भविष्य की तस्वीर के साथ शुरू होता है और फिर उस तस्वीर से मेल खाने के लिए वर्तमान को बदलने के लिए काम करता है। उन्होंने नए उत्पादों और सेवाओं पर काम किया और विभिन्न उद्यम स्थापित किए। शरद गोयल ने यह कहते हुए शुरुआत की कि मैं और सफल हो सकता था, अगर मुझे केवल यह पता होता कि मैं क्या कर सकता हूं। उन्होंने लोगों को चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित किया, क्योंकि चुनौतियां अवसर हैं। अपनी क्षमता को समझना बहुत महत्वपूर्ण है। कुंज शाह ने छात्रों और गणमान्य व्यक्तियों को यह कहते हुए संबोधित किया कि हमारे सभी सपने सच हो सकते हैं, अगर हम उन्हें पूरा करने का साहस करें। उन्होंने पिछड़े-एकीकरण और मौजूदा ग्राहक-आधार को नए उत्पाद उपलब्ध कराने की आवश्यकता के बारे में विस्तार से बताया। वैभव जैन ने एफएमसीजी उद्योग से होने के लाभों का उल्लेख किया, जहां उन्होंने आपूर्ति-श्रृंखला को बनाए रखते हुए बिक्री में लगभग 40 प्रतिशत की वृद्धि की, जबकि उसी क्षेत्र के अन्य बड़े ब्रांड ऐसा करने के लिए संघर्ष कर रहे थे।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. तृप्ति अग्रवाल जैन, प्रिंसिपल (आरसीएसटी) के स्वागत भाषण से हुई और इस आयोजन का उद्देश्य अभिषेक सोनी, जीएम (टीएंडपी) द्वारा साझा किया गया।
प्रो. समीश दलाल, फैकल्टी, ग्लोबल एफएमबी, एसपीजैन स्कूल ऑफ ग्लोबल, राउंड टेबल मीट के संचालक थे, अंत में उन्होंने नवाचारों के महत्व का उल्लेख किया और कुछ वास्तविक बाजार आधारित उदाहरण देकर व्यापार के लिए नए विचारों के साथ आना कितना आसान है, यह बताया। उन्होंने प्रभावी तरीके से ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए उत्पादों और सेवाओं में नवाचार के उपयोग के बारे में बताया।
राउंड टेबल मीट का समापन डॉ. एस.वी. देशमुख, प्राचार्य (आरएसआर-आरसीईटी) ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। ग्लोबल, राउंडटेबल मीट का संचालन अनु सेंगल द्वारा किया गया। इसमें विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य, शिक्षक गण एवं छात्रों ने भाग लिया।
इस राउंडटेबल मीट के सफल संचालन के लिए ग्रुप के चेयरमेन संजय रुंगटा, डायरेक्टर साकेत रुंगटा ने सभी पैनलिस्ट, आयोजनकर्त्ता तथा सभी प्रतिभागियो को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।