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भाजी में एंटीऑक्सीडेंट और गोधन न्याय पर होगा शोध

Oct 28, 2021
Research Work Presentation

दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर महाविद्यालय की शोध परिषद में आमंत्रित शोध परियोजनाओं की समीक्षा की गई। इस वर्ष प्राप्त शोध परियोजनाओं में छत्तीसगढ़ की पसंदीदा भाजियों में एंटीऑक्सीडेंट, गोधन न्याय योजना, जलाशयों से कार्बनिक प्रदूषण की सफाई जैसे 10 विषयों पर शोध परियोजनाएं प्रस्तुत की गईं। इस आयोजन का उद्देश्य मानवता एवं छत्तीसगढ़ की आवश्यकताओं के अनुकूल शोध गतिविधियों को प्रेरित करने के लिए किया जाता है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर.एन. सिंह ने बताया कि प्रतिवर्ष रिसर्च काउंसिल द्वारा प्राध्यापकों से शोध परियोजनाएं आमंत्रित की जाती हैं। परीक्षण बोर्ड इन्हें स्वीकृत करता है। यद्यपि इस महाविद्यालय में यूजीसी, डी.एस.टी., डी.बी.टी., बार्क, आदि की मदद से शोध हो रहे हैं तथापि महाविद्यालय भी अपनी पॉलिसी के अनुसार शोध परियोजना स्वीकृत करता है। प्रदेश का यह संभवतः एक मात्र महाविद्यालय है जहां इस प्रकार की गतिविधि संचालित होती है।
शोध परिषद के संचालक डॉ. अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि इस वर्ष कुल दस शोध परियोजनाएं प्राप्त हुई हैं। 9 सदस्यीय बोर्ड ने ओपेन डिफेंस पध्दति से इनकी समीक्षा की। अभ्यर्थी प्राध्यापकों ने पी.पी.टी. के माध्यम से प्रस्तुति दी। विषय विशेषज्ञ राज्य के बाहर से आमंत्रित किये गये थे। अर्थशास्त्र विभाग से डॉ. अंशुमाला चंदनगर ने सड़क विक्रेता (स्ट्रीट वेन्डर) पर कोविड-19 का प्रभाव, समाजशास्त्र विषय से डॉ. अश्वनी महाजन द्वारा मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक, राजनीति विज्ञान विभाग से डॉ. शकील हुसैन द्वारा गोधन न्याय एवं सुराज योजना, भौतिक शास्त्र विभाग से डॉ. सीतेश्वरी चंद्राकर द्वारा बोरेट आधारित प्रदर्शनीय उपकरण, रसायन शास्त्र विभाग से डॉ अजय पिल्लई द्वारा जलाशयों से कार्बनिक प्रदूषण का सफाई, बायोटेक्नोलॉजी विभाग से डॉ. श्वेता पाण्डेय द्वारा छत्तीसगढ़ की भाजी में एन्टी ऑक्सीडेन्ट गुण हेतु जीन का अध्ययन, प्राणीशास्त्र विभाग से मौसमी डे द्वारा प्रदूषित तथा प्रतिकूल जल में मछलियों को जीवित रहने में सहायक जीन का अध्ययन, डॉ. संजू सिन्हा द्वारा तालपुरी तालाब का परिस्थितिकी तंत्र का अध्ययन, वनस्पति विभाग से डॉ. श्रीराम कुंजाम द्वारा करोटेन पौधा के जैव रसायन द्वारा आर्थराइटीस रोग के निदान की संभावना तथा डॉ. सतीष सेन द्वारा टीनोस्पोरा पौधों का औषधीय गुणों के परीक्षण हेतु शोध परियोजनाएं प्रस्तावित की गईं। सभी शोध परियोजनाओं को समाज उपयोगी पाया गया।
परीक्षण बोर्ड के कार्य का संचालन बस्तर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शैलेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों, शोधार्थियों तथा स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में नौ सदस्यीय एक्सपर्ट पैनल द्वारा सम्पन्न किया गया।

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