भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के आइक्यूएसी प्रकोष्ठ की बैठक का आयोजन गतदिनों सम्पन्न हुआ। इसमें प्रमुख रूप से डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव अधिष्ठाता छात्र कल्याण, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग, डॉ. शैलेंद्र सिंह वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक इतिहास शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनंदगांव, दीपक रंजन दास एडिटर संडे कैंपस भिलाई, पालक प्रतिनिधि अजय कुमार चतुर्वेदी, छात्र प्रतिनिधि श्यामली उपाध्याय एवं अन्य संबंधित प्रतिनिधिगण उपस्थित थे। बैठक के प्रारंभ में महाविद्यालय की निदेशक/प्राचार्या डॉ. रक्षा सिंह एवं अति. निदेशक डॉ. जे दुर्गा प्रसाद राव ने सभी उपस्थित प्रतिनिधियों का महाविद्यालय परिवार की ओर से पौधो द्वारा स्वागत किया गया। आइक्यूएसी संयोजक डॉ. राहुल मेने ने महाविद्यालय में संचालित सभी गतिविधियों का संक्षिप्त परिचय पीपीटी के माध्यम से दिया। उपस्थित सदस्यों ने पिछली बैठक के सूक्ष्मों का अनुमोदन किया। तत्पश्चात नैक के सातों मापदण्ड के प्रभारी प्राध्यापकों ने अपने अपने कार्यों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
बाह्य सदस्य डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने उक्त बैठक में विभिन्न मूल्यवान सुझाव देते हुए कहा कि महाविद्यालय व अन्य महाविद्यालयों के मध्य जो एमओयू (समझौता ज्ञापन) किए जा रहे हैं उनके तहत विभिन्न गतिविधियां संचालित करना अति आवश्यक है साथ ही महाविद्यालय द्वारा कॉरपस फंड जनरेट करें जिसका उपयोग महाविद्यालय के विकास में किया जा सके साथ ही एमएसडब्ल्यू रोजगारोन्मुखी कोर्स के रूप में प्रारंभ करने की बात भी उन्होंने कही।
बाह्य सदस्य डॉक्टर शैलेंद्र सिंह ने सुझाव देते हुए कहा कि विद्यार्थियों द्वारा गोद ग्राम में जा कर सर्वेक्षण कार्य किया जाए जिसके द्वारा प्राप्त आंकड़ों को संबंधित स्वास्थ्य विभाग में प्रेषित किया जा सके तथा महाविद्यालय के समय-सारणी में किसी भी एक दिन व समय निर्धारित कर परामर्श व प्लेसमेंट संबंधी कालखंड रखें। बैठक में दीपक रंजन दास ने विद्यार्थियों में कंटेंट राइटिंग (आलेख लेखन) को प्रोत्साहित करने की पहल की ताकि उनमें भाषा कौशल को विकसित किया जा सके। अंत में महाविद्यालय के नैक संयोजक संदीप जशवंत ने बैठक में उपस्थित समस्त सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया।