भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में एनसीसी के कैडेटों के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के अवसर पर गोद ग्राम खपरी में नुक्कड़ नाटक खेला गया। यह संदेश देने की कोशिश की गई कि अपने कर्तव्यों का पालन कर हम सभी के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। बताया गया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 1950 में 10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस घोषित किया गया था। जिसका उद्देश्य संपूर्ण विश्व के लोगों का ध्यान मानव अधिकारों की ओर आकर्षित करना था। इस नाटक के द्वारा लोगों के अपने जाति धर्म आदि के आधार पर भी अपना अधिकार किस तरीके से प्राप्त करना है। इसका भी संदेश दिया इसके साथ ही मानव को अपने अधिकारों को किस तरीके से प्राप्त करना है। इसकी भी विशेष रूप से नाटक के द्वारा लोगों को जागरूक करने का संदेश दिया।
महाविद्यालय के निदेशक एवं प्राचार्य डॉ रक्षा सिंह ने कहा कि मानव अधिकार दिवस मानव जाति के कल्याण और अपने अधिकारों को पूर्ण रूप से किस तरह से प्राप्त करना है इसकी जानकारी देते हुए एनसीसी के कैडेटों की प्रशंसा की।
महाविद्यालय की अतिरिक्त निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि मानव अधिकार दिवस को सभी को अपने कर्तव्य और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए एनसीसी के कैडेटों के द्वारा उन को जागरूक करने का प्रयास किया और उन्हें इस तरह के सामाजिक कार्यों को करते रहने की प्रेरणा दी। इस मानव अधिकार दिवस को सफल बनाने के लिए अधिकारी लेफ्टिनेंट उज्जवला भोसले का योगदान रहा। इस नाटक में एनसीसी के एस. डी. और एसडब्ल्यू के 20 कैडेट उपस्थित थे।