दुर्ग। जब तक विषय से संबंधित ज्ञान परिपक्व नहीं होगा तब तक आत्मविश्वास नहीं आ सकता। अतः विद्यार्थी विषय की गहराई में जाने का प्रयत्न करें। तभी उन्हें सफलता मिल सकती है। उक्त बातें हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव आज कहीं। डॉ. श्रीवास्तव शासकीय उदय प्रसाद पॉलीटेक्नीक कॉलेज, दुर्ग में आयोजित प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के इंडक्शन प्रोग्राम को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। 200 से अधिक विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डॉ श्रीवास्तव ने साक्षात्कार के दौरान ध्यान में रखी जाने वाली बातों की महत्वपूर्ण जानकारी दी। कार्यक्रम के आरंभ में शासकीय पॉलीटेक्नीक कॉलेज की प्राध्यापक, डॉ. रचना सिंह ने डॉ. श्रीवास्तव का स्वागत करते हुए महाविद्यालय द्वारा आयोजित किये जा रहे इंडक्शन प्रोग्राम पर प्रकाश डाला।
डॉ. श्रीवास्तव ने विषय के मूलभूत ज्ञान, समयबद्ध तैयारी तथा समसामयिक विषयों की नवीनतम जानकारी को साक्षात्कार में सफलता का मूल मंत्र बताया। उन्होंने कहा कि किसी अच्छे विद्यार्थी को अच्छा श्रोता होना आवश्यक है। सामने वाले की बात पूर्ण रूप से सुनने पर हमारे ज्ञान में वृद्धि हो सकती है। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि व्यक्तित्व विकास केवल बाहरी तौर पर नहीं बल्कि आंतरिक रूप से भी होना चाहिए। समर्पण, निष्ठा, ईमानदारी, तथा कर्तव्य परायणता इसके आवश्यक तत्व हैं।
डॉ. श्रीवास्तव ने दैनिक जीवन से जुड़े अनेक रोचक उदाहरण देकर विद्यार्थियों की जिज्ञासा को शांत किया। उन्होंने सही समय पर इस तरह के महत्वपूर्ण आयोजन हेतु पॉलीटेक्नीक कॉलेज प्रशासन की सराहना की।
महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ. प्रकाश पांडे ने बताया कि इंडक्शन प्रोग्राम के अंतर्गत विद्यार्थियों को महाविद्यालय में उपलब्ध संसाधनों की जानकारी के साथ-साथ उनके सर्वांगीण विकास में सहायक विषय-विशेषज्ञों के आमंत्रित व्याख्यान भी आयोजित किये जा रहे है। धन्यवाद ज्ञापन के साथ व्याख्यान का समापन हुआ।